मंडी के खेतों में पकड़े गए चिट्टा इंजेक्ट कर रहे युवक

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  • हिमाचल में बढ़ते ड्रग्स मामलों पर जनता और पुलिस सतर्क
  • मंडी जिले में चिट्टे की लत सबसे गंभीर, सुंदरनगर और बल्ह प्रभावित
  • ग्रामीणों ने खेत में नशा कर रहे युवक को पकड़ा, दो फरार

Blog: विपलव सकलानी


हिमाचल प्रदेश में नशे का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, खासकर मंडी जिले में। यहां सुंदरनगर और बल्ह उपमंडल में चिट्टे (हेरोइन) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आम जनता अब खुद भी नशे के खिलाफ जागरूक हो रही है और तस्करों व नशेड़ियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है

ताजा मामला बल्ह उपमंडल की सयाह पंचायत के गांव टांवा का है, जहां ग्रामीणों ने गोभी के खेत में छिपकर चिट्टा (हेरोइन) इंजेक्ट कर रहे तीन युवकों को रंगे हाथ पकड़ लिया। हालांकि, दो युवक मौके से फरार हो गए, लेकिन एक युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया

सूत्रों के मुताबिक, पकड़े गए युवक के पास से आधा एमएल चिट्टा और दो इंसुलिन सिरिंज बरामद हुई हैं। यह घटना तब और गंभीर हो जाती है जब यह सामने आता है कि पकड़ा गया युवक नेरचौक के एक शिक्षण संस्थान में बी-फार्मा की पढ़ाई कर रहा था, और उसके पिता सरकारी विभाग में जूनियर इंजीनियर (JE) हैं

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सुंदरनगर के एक श्मशानघाट के पास भारी मात्रा में इंसुलिन सिरिंज बरामद हुई थीं, जिससे संकेत मिलता है कि इन सिरिंजों का उपयोग चिट्टे के इंजेक्शन के लिए किया जा रहा है। पुलिस अब इन मामलों की गहन जांच कर रही है और फरार युवकों की तलाश जारी है

प्रदेश में बढ़ते ड्रग्स के मामलों को लेकर प्रशासन और पुलिस की कार्यवाही तेज हो गई है। स्थानीय लोग भी अब जागरूक होकर नशा विरोधी अभियान चला रहे हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मामलों की सूचना तुरंत दें, ताकि नशे के कारोबार पर कड़ी कार्रवाई की जा सके