कांगड़ा सदर में कई सालों से चले आ रहे पानी के स्त्रोत 'पांच नलके' में इन दिनों पानी की टंकियां ग़ायब है। विभाग द्वारा लगाई गई टंकियों के ग़ायब होने से यहां स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को यहां कुछ स्थानीय युवकों ने बढ़ती गर्मियों में यात्रियों को मीठे पानी की सुविधा उपलब्ध करवाई, लेकिन पानी की टंकियों के ग़ायब होने से उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बकायदा युवकों ने कुछ पैसे इक्ट्ठे कर पानी का टैंकर मंगवाया और लोगों को पानी की सुविधा मुहैया करवाई। लेकिन, युवकों को कहना है कि इस संदर्भ में उन्होंने विभाग इत्तला भी किया था, लेकिन अभी तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। कुछ स्थानीय लोगों को कहना है कि वे रोज़ाना इस इन्ही नलकों से पानी भरा करते हैं। उनके पीने से लेकर कपड़े धोने तक का सारा काम इसी पानी से होता है, लेकिन विभाग इस पर न जाने क्यों ढील दिखा रहा है।
काफी समय पुराना है विभाग का जल स्त्रोत
मिली जानकारी के मुताबिक, जब कांगड़ा सदर एक गांव के रूप में देखा जाता था, तब से जल स्त्रोत 'पांच नलके' लोगों की सुविधाओं के मद्देनज़र बनाए गए थे। यही नहीं, लोग भी इन नलकों में दूर-दूर से पानी लेने के लिए आते थे। लेकिन बदलते जमाने के साथ-साथ घरों में कनेक्शन और हेडपंप लगने लगे तथा ये स्त्रोत कुछ ही लोगों के लिए कद्र काबिल रह गया। लेकिन, बात की जाए टूरिस्ट की तो आज भी ये नलके यात्रियों की प्यास बुझाते हैं।
वहीं, अब विभाग की ओर से भी इस मामले में ढील बरती जा रही है। पहले जहां इस जगह पर 3 से 4 टंकियां होती थी और इसमें 5 नल होते थे, जिसे 'पांच नलके' के नाम से जाना जाता था। लेकिन, अब विभाग के ढील से पांच नलके सूखते नज़र आ रहे हैं।