विजया एकादशी 24 फरवरी 2025: शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और पंचांग

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Siddhi Yoga Benefits on Ekadashi: आज फाल्गुन कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है, जिसे विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की आराधना से जीवन में सुख-समृद्धि और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। विशेष रूप से इस वर्ष विजया एकादशी सिद्धि योग में पड़ रही है, जो इसे और अधिक फलदायी बनाता है।

आज के दिन जो भक्त व्रत कर रहे हैं, वे सुबह स्नान करके भगवान विष्णु को पीले फूल, काले तिल, फल, पंचामृत, तुलसी के पत्ते और धूप-दीप अर्पित करें। पूजा के बाद विजया एकादशी व्रत कथा का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है। रात्रि जागरण के पश्चात अगले दिन स्नान और दान करके व्रत का पारण करें।

इस वर्ष चंद्रमा धनु राशि में गोचर कर रहा है, जिससे धन और व्यापार में उन्नति के संकेत मिल रहे हैं। साथ ही, सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है, इसलिए शिव पूजा भी अत्यंत लाभकारी रहेगी। भगवान शिव को जल, बेलपत्र और सफेद फूल अर्पित करें और शिव चालीसा का पाठ करें।

शुभ मुहूर्त और योग:

  • सिद्धि योग: सुबह 10:05 बजे तक
  • ब्रह्म मुहूर्त: 05:11 एएम – 06:02 एएम
  • अभिजीत मुहूर्त: 12:12 पीएम – 12:58 पीएम
  • विजय मुहूर्त: 02:30 पीएम – 03:15 पीएम

अशुभ समय (राहुकाल व अन्य):

  • राहुकाल: 08:18 एएम – 09:44 एएम
  • यमगंड: 11:09 एएम – 12:35 पीएम
  • दिशाशूल: पूर्व दिशा

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त:

  • सूर्योदय: 06:51 एएम
  • सूर्यास्त: 06:17 पीएम
  • चंद्रोदय: 06:52 एएम
  • चंद्रास्त: 04:59 पीएम (25 फरवरी)

आज के दिन व्रत, दान और पूजा-पाठ करने से जीवन में आने वाली कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है। भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा से कुंडली के दोष भी दूर होते हैं और ग्रहों का शुभ प्रभाव बढ़ता है।