Panchang for 2 March 2025 । आज शुभ योग में रविवार व्रत है। आज के दिन रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग हैं। पूरे दिन पंचक भी लगा है। आज फाल्गुन शुक्ल तृतीया तिथि, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र, साध्य योग, तैतिल करण, पश्चिम का दिशाशूल और मीन में चंद्रमा है।
रविवार व्रत में नमक का सेवन वर्जित है। सुबह स्नान करने के बाद सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। सबसे पहले एक लोटे में जल भरकर उसमें लाल चंदन, गुड़ और लाल फूल डालकर अर्घ्य देना चाहिए। उस दौरान सूर्य मंत्र का उच्चारण करें। फिर गायत्री मंत्र का जाप करें. सूर्य देव की कृपा पाने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।व्रती को रविवार व्रत की कथा सुननी चाहिए. सूर्य देव की कृपा से आपके धन और धान्य में वृद्धि होगी, चर्म रोग से मुक्ति मिल सकती है।
तिथि और नक्षत्र
- आज की तिथि: फाल्गुन शुक्ल तृतीया (रात 09:01 बजे तक), उसके बाद चतुर्थी।
- नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद (सुबह 08:59 बजे तक), फिर रेवती और अगले दिन अश्विनी।
- करण: तैतिल (सुबह 10:35 बजे तक), फिर गर और रात में वणिज।
- योग: साध्य योग (शाम 04:25 बजे तक), फिर शुभ योग।
- पक्ष: शुक्ल पक्ष।
- वार: रविवार।
ग्रह स्थिति और दिशाशूल
- चंद्रमा की स्थिति: मीन राशि (सुबह 06:39 बजे तक), फिर मेष राशि में प्रवेश।
- दिशाशूल: पश्चिम दिशा की यात्रा से बचें या आवश्यक हो तो दही खाकर निकलें।
सूर्योदय, सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
- सूर्योदय: 06:45 AM
- सूर्यास्त: 06:22 PM
- चंद्रोदय: 08:05 AM
- चंद्रास्त: 09:03 PM
शुभ मुहूर्त और योग
- सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 06:45 AM से 08:59 AM
- रवि योग: सुबह 08:59 AM से अगले दिन 06:39 AM
- ब्रह्म मुहूर्त: 05:06 AM से 05:56 AM
- अभिजीत मुहूर्त: 12:10 PM से 12:57 PM
- विजय मुहूर्त: 02:29 PM से 03:16 PM
शुभ चौघड़िया (दिन और रात के शुभ मुहूर्त)
दिन के चौघड़िया मुहूर्त:
- चर (सामान्य): 08:12 AM – 09:39 AM
- लाभ (उन्नति): 09:39 AM – 11:06 AM
- अमृत (सर्वोत्तम): 11:06 AM – 12:33 PM
- शुभ (उत्तम): 02:00 PM – 03:27 PM
रात के चौघड़िया मुहूर्त:
- शुभ: 06:22 PM – 07:54 PM
- अमृत: 07:54 PM – 09:27 PM
- चर: 09:27 PM – 11:00 PM
- लाभ: 02:06 AM – 03:38 AM (3 मार्च)
- शुभ: 05:11 AM – 06:44 AM (3 मार्च)
अशुभ समय (राहुकाल और अन्य अशुभ मुहूर्त)
- राहुकाल: 04:55 PM – 06:22 PM
- गुलिक काल: 03:27 PM – 04:55 PM
- यमगण्ड: 12:33 PM – 02:00 PM
- दुर्मुहूर्त: 04:49 PM – 05:35 PM
- पंचक: सुबह 06:45 AM से अगले दिन 06:39 AM तक
रविवार व्रत का महत्व और पूजा विधि
रविवार का व्रत करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे स्वास्थ्य, धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।
- व्रत विधि:
- प्रातः स्नान कर लाल चंदन, गुड़ और लाल फूल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- सूर्य मंत्र और गायत्री मंत्र का जाप करें।
- आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से सूर्य की कृपा प्राप्त होती है।
- व्रती को रविवार व्रत कथा सुननी चाहिए।
- नमक का सेवन वर्जित होता है।
सूर्य दोष निवारण के उपाय:
- सूर्य कमजोर हो तो रोज जल अर्पित करें और रविवार का व्रत रखें।
- लाल रंग के वस्त्र, फल, गुड़, केसर, तांबा आदि का दान करें।
- सूर्य को मजबूत करने के लिए माणिक्य रत्न या इसके उपरत्न लालड़ी, तामड़ी, लाल तुरमली धारण करें।
- पिता की सेवा करने से सूर्य मजबूत होता है।