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होलिका दहन का शुभ मुहूर्त: 13 मार्च 2025 को रात 11:26 PM से
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भद्रा समाप्ति: 10:35 AM से 11:26 PM तक भद्रा काल, इसके बाद ही दहन शुभ
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पौराणिक कथा: भक्त प्रह्लाद की रक्षा और होलिका के दहन से जुड़ा है यह पर्व
आज होलिका दहन: फाल्गुन पूर्णिमा की रात को होलिका दहन किया जाता है, जिसे बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, राजा हिरण्यकश्यप की बहन होलिका ने अपने भतीजे प्रह्लाद को आग में जलाने का प्रयास किया था, लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद बच गए और होलिका जलकर भस्म हो गई।
इस दिन घर-परिवार की सुख-समृद्धि के लिए विशेष पूजन और उपाय किए जाते हैं। लोग होलिका में नई फसल जैसे गेंहू की बालियां और चने डालकर समृद्धि की कामना करते हैं।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 2025
तिथि: फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा, गुरुवार, 13 मार्च 2025
दहन का समय: रात 11:26 PM से प्रारंभ
भद्रा काल: सुबह 10:35 AM से रात 11:26 PM तक
सूर्योदय: 06:33 AM
सूर्यास्त: 06:28 PM
चंद्रोदय: 05:45 PM
शुभ और अशुभ समय
शुभ चौघड़िया मुहूर्त:
- शुभ (उत्तम): 06:33 AM – 08:02 AM
- लाभ (उन्नति): 12:31 PM – 02:00 PM
- अमृत (सर्वोत्तम): 02:00 PM – 03:29 PM
अशुभ समय:
- राहुकाल: 02:00 PM – 03:29 PM
- दुर्मुहूर्त: 10:31 AM – 11:19 AM
होलिका दहन के लाभकारी उपाय
विवाह में देरी हो रही हो तो – होलिका में 5 गाठें गुड़ और 7 हल्दी की गांठ डालें।
धन-समृद्धि के लिए – 21 गोमती चक्र होलिका की अग्नि में अर्पित करें।
नकारात्मक ऊर्जा हटाने के लिए – घर की नकारात्मकता दूर करने हेतु सरसों के बीज और लौंग अग्नि में डालें।