बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने धर्मशाला के मैक्लोड़गंज को अपना निवास स्थान बनाया है। लेकिन, मैक्लोडगंज में लगातार बढ़ रहे अवैध निर्माण के कारण दलाईलामा की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। अवैध निर्माण से दलाई लाम के कार्यालय का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।
दलाई लामा के कार्यालय निदेशक और लाइजनिंग ऑफिसर सिद्धार्थ मलिक ने इस मामले को लेकर संबंधित एजेंसियों को पत्र लिखा है। सिद्धार्थ मलिक को विदेश मंत्रालय ने दलाईलामा के ऑफिस का निदेशक और लाइजनिंग ऑफिसर नियुक्त किया है। मलिक ने अपने पत्र में विदेश मंत्रालय से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है।
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मलिक ने कहा है कि भागसू होटल से विदेश मंत्रालय कार्यालय और दलाईलामा के लाइजनिंग कार्यालय की ओर जाने वाली सड़क के दोनों ओर अवैध निर्माण बढ़ने से उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। मलिक ने अपने पत्र में कहा है कि होटल कारोबारियों ने इन सड़कों के किनारे ऊंची इमारतें खड़ी कर ली हैं। जिससे दलाईलामा के कार्यालय के कामकाज की निजता प्रभावित हो रही है।
इस बारे में कांगड़ा के पुलिस अधिकारी, पयर्टन विभाग और धर्मशाला नगर निगम को कई बार शिकायतें करने के बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं। ऐसे में विदेश मंत्रालय से इस मामले में जल्द हस्तक्षेप करने का आग्रह किया गया है। बता दें कि दलाईलामा का ऑफिस 1- मॉर्टिमर हॉल में है, जो कि एक ऐतिहसिक बिल्डिंग है। अब इस भवन के चारों ओर अवैध रूप से ऊंची इमारतें बन गई हैं।
कागड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष पटियाल का कहना है कि सुरक्षा की दृष्टि से विशेष एहतियात बरती जा रही है। अवैध निर्माण पर पुलिस संबंधित विभागों के माध्यम से काम कर रही है। मैक्लोड़गंज में ऐसे भवनों को चिन्हित किया जा रहा है और कार्रवाई भी हो रही है।
गृह मंत्रालय से भी मिले निर्देश
धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा बढ़ाने के लिए गृह मंत्रालय ने भी जिला पुलिस को निर्देश दिए हैं। गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक पुलिस को उन सभी लोगों के दस्तावेजों की गहन छानबीन करने को कहा है, जो दलाईलामा से मिलना चाहते हैं।