जम्मू-कश्मीर में बीजेपी का पीडीपी से समर्थन वापस लेने के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस्तीफा दे दिया है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शाम 5 बजे अपने दल के सभी नेताओं के साथ बैठक बुलाई है।
सरकार से अलग हटने का ठीकरा पूरी तरह बीजेपी ने पीडीपी पर फोड़ दिया है। जबकि, पीडीपी की तरफ से अभी तक औपचारिक बयान नहीं आ रहे हैं। पीडीपी शाम 5 बजे की बैठक के बाद अपना औपचारिक बयान देगी।
जानकारी के मुताबिक दोनों ही पार्टियों के बीच कश्मीर में चल रहे ऑपरेशन ऑलआउट को बड़ी वजह बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि रमजान महीने में आतंकियों के खिलाफ बंद ऑपरेशन और दोबारा कार्रवाई शुरू करने पर दोनों ही दलों में मतभेद बढ़ गए थे। पीडीपी सीजफायर को बढ़ाए रखना चाहती थी। जबकि, बीजेपी इसके पक्ष में बिल्कुल नहीं थी।
वहीं, यह भी नैरेटिव दिया जा रहा है कि बीजेपी को लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र पीडीपी का साथ नुकसान पहुंचा रहा था। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस गठबंधन में घुटन महसूस कर रहे थे। साथ ही बीजेपी का कश्मीर पर एजेंटा और उसकी विचारधारा कार्यकर्ताओं को जनता से जोड़ने में आड़े आ रही थी।
इस दौरान कांग्रेस ने सीधे-सीधे बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि बीजेपी अपनी नाकामियों का ठीकरा अकले पीडीपी पर नहीं फोड़ सकती है। सवा तीन साल तक सरकार चलाकर बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर का बेड़ा गर्ग किया है। राज्य की स्थिति खराब करेक अब भाग खड़े हुए हैं।