➤दोस्त हिमांशिका ने वीडियो जारी कर खोले माता-पिता के व्यवहार के राज
➤ ‘राधिका घुटन में जी रही थी, उसे अपनी मर्जी से जीने नहीं दिया गया’
➤ ‘लव जिहाद जैसी बातें बेबुनियाद हैं, उसका किसी से अफेयर नहीं था’
गुरुग्राम की जूनियर इंटरनेशनल टेनिस प्लेयर राधिका यादव की हत्या के बाद पहली बार उसकी सबसे करीबी दोस्त हिमांशिका सिंह राजपूत सामने आई हैं। इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए वीडियो स्टेटमेंट (Part-1) में हिमांशिका ने राधिका के जीवन और उसके माता-पिता के दबाव को लेकर कई गंभीर दावे किए हैं।

हिमांशिका का दावा है कि राधिका की जिंदगी पूरी तरह ‘कंट्रोल’ में थी, और मां-बाप की पाबंदियों में घुटन महसूस कर रही थी। वह किससे बात करती है, कब आती-जाती है, यहां तक कि वीडियो कॉल पर भी मां-बाप को दिखाना पड़ता था कि वह किससे बात कर रही है।

10 जुलाई को राधिका के पिता दीपक यादव ने उसे चार गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। पिता ने पहले दावा किया था कि वह एकेडमी चलाने और टेनिस ट्रेनिंग से खुश नहीं थे, इसलिए राधिका को मना किया था लेकिन वह नहीं मानी।

हिमांशिका ने कहा कि राधिका को हमेशा खुद को साबित करना पड़ता था। समाज की बातों और पारंपरिक सोच के चलते राधिका के सपनों और स्वतंत्रता को कुचल दिया गया। उसने कहा, “राधिका की मौत न तो प्यार के कारण हुई और न ही शोहरत के कारण, बल्कि इसलिए क्योंकि वह अपनी शर्तों पर जीना चाहती थी।”

हिमांशिका ने लव जिहाद की चर्चाओं को अफवाह बताया और कहा कि उसका किसी के साथ अफेयर नहीं था, न ही कोई सबूत है। वह एक साधारण, मेहनती और भावुक लड़की थी, जिसकी हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने घर की पाबंदियों से ऊपर उठकर जीने की कोशिश की।

राधिका के बारे में साझा की गईं 3 अहम बातें:
- “महिला को अपनी शर्तों पर जीने की चाह में मरना नहीं चाहिए” – हिमांशिका ने कहा कि समाज की सोच को बदलना होगा।
- “काश मैं उसकी जगह होती” – अपनी गहरी भावनाओं के साथ उसने राधिका को अपनी सबसे प्यारी दोस्त बताया।
- “उसे शॉर्ट्स पहनने और लड़कों से बात करने से रोका जाता था” – उसने कहा कि पेरेंट्स की ये सोच ही राधिका की मौत की वजह बनी।
वीडियो में राधिका की हंसती-खेलती, ट्रेनिंग करती, जिम में पसीना बहाती और कोर्ट में प्रैक्टिस करते कई झलकियां पहली बार सामने आईं हैं, जिससे साफ होता है कि राधिका कितनी जीवंत और समर्पित खिलाड़ी थी।
अब सवाल ये है कि क्या समाज की संकीर्ण सोच और पैरेंट्स की पाबंदियां एक होनहार बेटी की मौत की असली वजह हैं? हिमांशिका के वीडियो के बाद इस बहस को और बल मिल गया है। 
➤ टेनिस कोचिंग एकेडमी नहीं, किराए पर लेती थी कोर्ट
➤ इंटरकास्ट मैरिज और कोचिंग को लेकर पिता से लगातार चल रहा था विवाद
➤ पिता दीपक यादव ने बेटी राधिका को 4 गोलियां मारकर की हत्या, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
गुरुग्राम — हरियाणा के गुरुग्राम में जूनियर इंटरनेशनल टेनिस प्लेयर राधिका यादव की हत्या के मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि राधिका के पास कोई टेनिस एकेडमी नहीं थी, वह केवल किराए के टेनिस कोर्ट्स लेकर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देती थी।

राधिका के पिता दीपक यादव ने पहले दावा किया था कि उन्होंने बेटी के लिए 1.25 करोड़ रुपए खर्च कर एकेडमी शुरू करवाई थी, लेकिन पुलिस और परिवार दोनों ने अब इस दावे को गलत बताया है।
वहीं शनिवार को एक दिन का रिमांड खत्म होने के बाद आरोपी पिता को गुरुग्राम के कोर्ट में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इस दौरान वहां मौजूद परिजन से दीपक ने कहा कि कन्या को मारकर पाप हो गया है। सोसाइटी अध्यक्ष पवन यादव ने यह जानकारी दी। दीपक यादव के भाई विजय यादव ने कहा कि जब वे थाने में थे तो छोटे भाई ने पुलिस से कहा कि मेरे बयान और FIR इस तरह से लिखना कि मुझे फांसी की सजा हो।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि राधिका और दीपक के बीच विवाद की जड़ यही थी कि वह पिता की मर्जी के खिलाफ टेनिस ट्रेनिंग देती रही और साथ ही इंटरकास्ट मैरिज की योजना बना रही थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, दीपक को यह भी शक था कि राधिका किसी से इंस्टाग्राम के जरिए जुड़ी थी, जिससे वह बेहद नाराज था।

10 जुलाई को गुरुग्राम के वजीराबाद स्थित घर में पिता दीपक ने राधिका को पीठ पर 4 गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, राधिका को .32 बोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर से 4 गोलियां मारी गई थीं — जिनमें से एक ने दिल को डैमेज कर दिया, दो ने आंतों को और एक कंधे को।
पुलिस के अनुसार, दीपक यादव इस हत्याकांड की योजना 15 दिन से बना रहा था। घटना वाले दिन उसने अपने बेटे धीरज को दूध लेने भेज दिया ताकि घर में कोई व्यवधान न आए।

राधिका की कोच अजय यादव के साथ वॉट्सऐप चैट में यह भी सामने आया कि वह घर की स्थिति से परेशान होकर विदेश जाना चाहती थी। वहीं मर्डर से एक दिन पहले उसने ग्राउंडसमैन को वॉट्सऐप पर लिखा था, “मैं कल आऊंगी”, जिससे उसके सामान्य व्यवहार का अंदाज़ा मिलता है।
हत्या के बाद दीपक यादव ने पुलिस से कहा कि वह अपने बयान में ऐसा लिखवाए कि उसे फांसी की सजा हो। वहीं कोर्ट में पेशी के दौरान उसने कहा, “कन्या को मारकर पाप हो गया है।” आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।



