पिछले दो दिनों से समूचे चंबा जिला में हो रही भारी बारिश ने ऐसा कोहराम मचाया हुआ है कि लोगों को जाने अनजाने में फिर से वर्ष 1995 की याद तरोताजा हो गई है। कुछ इसी तरह का मंजर वर्ष 1995 में भी समूचे चंबा जिला में घटित हुआ था। उस समय भी मात्र दो दिनों की बारिश के चलते चंबा जिला पूरी दुनिया से कट सा गया था।
आज भी कुछ इसी तरह की तस्वीरें देखने को मिली जिसमे रावी नदी अपने पूरे उफान के साथ ऐसी देखी गई। रावी नदी के सारे तट पानी के साथ पूरे भरने के बाद पानी उस जगह को छूने लगा था। जिसकी कल्पना चंबा के निवासियों ने 23 वर्ष पूर्व करना छोड़ दी थी। हालात को बिगड़ता देख जिला प्रशासन ने 27 जून से लेकर 30 जून तक इस बारिश में लोगों को बिना किसी बजह से घर से निकलने की मनाही कर रखी थी और आज भी प्रशासन लोगों को चेतावनी के तौर पर गाड़ी में एनॉउन्स्मेंट कर चेताने का प्रयास किये हुए था।
सांय-सांय करती तेज ध्वनि लिए यह आवाज रावी नदी के उस वेग की है जिसका अंदेशा जिला प्रशासन पिछले दो दिनों से मौसम विभाग की चेतावनी के बाद लिए हुए था। रावी नदी से अपने घर की दूरी को जांचते हुए यह लोग खड़े खड़े यह देखने की चेष्ठा लिए हुए है कि यधपि रावी नदी का बढ़ता जलस्तर उनके घर तक पहुंच गया तो फिर क्या होगा। लोगों ने इस बारे बताया कि यह मंजर उन्होंने वर्ष 1995 में भी देखा था। पर उसकी अपेक्षा अभी के दौर में पानी कुछ कम है। यह लोग भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि उन्हें वह सब न दिखाए जोकि उन्होंने वर्ष 1995 में लोगों को तबाह होते देखा था।
इतनी तेज गति रावी अपने आसपास के सभी कच्ची ढलानों में पड़े मिट्टी के ढेर को अपने साथ ऐसे बहा कर ले जा रही थी जैसे हलके से टोकरे में रखी गई मिट्टी हो जिसको देख हर कोई अचंभित हो उठता था। बाहरी राज्यों से घूमने को आये पर्यटक इस मंजर को देख बहुत ही हैरान थे। उनका कहना था उन्होंने ऐसा दृश्य पहले कभी नहीं देखा है।
मौसम विभाग ने 27 जून से 30 जून तक भारी बारिश का अंदेशा जताया था जिसको लेकर चम्बा प्रशाशन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। SDM चंबा दीप्ती मढोत्रा ने बताया की प्रशासन ने 27 जून से 30 जून तक भारी बारिश के अंदेशे के चलते हाई अलर्ट जारी कर दिया है और प्रशासन द्वारा हर जगह पर नजर बनाई हुई हे जहां से भी किसी घटना की खबर आ रही है तो प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंच रहा है।