इंटक प्रदेश अध्यक्ष बाबा हरदीप को हटाने पर कांग्रेस में खूब घमासान मचा हुआ है। अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं ने सुक्खू के इस फैसले का अंदरखाते विरोध किया तो वहीं अब बाबा हरदीप ने भी सुक्खू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिमला में बाबा हरदीप ने साफ कहा कि सुक्खू के अध्यक्ष रहते वे आगामी लोकसभा चुनावों में समर्थन नहीं करेंगे।
किया मानहानि का दावा
बाबा ने चुनौति देते हुए कहा कि 7 दिनों में सुक्खू राष्ट्रीय अध्यक्ष को संगठन अध्यक्ष से हटाये जाने के दस्तावेज पेश करें। अन्यथा सुक्खू के खिलाफ उन्हें बदनाम करने के लिए मानहानि का दावा किया जाएगा। यहां तक कि सुक्खू ने जिसे प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है वे किसी भी ट्रेड यूनियन का प्राथमिक सदस्य तक नहीं है। ऐसे में ये साफ होता है कि सुक्खू की ये नियुक्ति कितनी वाज़िव और संवैधानिक है।
बाबा हरदीप ने कहा कि सुक्खू कांग्रेस के सभी फ्रन्टल संगठनों को बर्बाद करने के बाद अब प्रदेश कांग्रेस का सफाया करने में लगें हैं। इंटक कांग्रेस संगठन नहीं, केवल कांग्रेस की विचारधारा का समर्थन करता है, इस लिहाज से सुक्खू को कोई अधिकार नहीं कि वे किसी को इंटक से बर्खास्त करें।