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आज 5 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट :धर्मपुर-मनाली व बंजार में स्कूल-कॉलेज बंद; मानसून में 417 लोगों की मौत, 4582 करोड़ की संपति नष्ट

हिमाचल में बीती रात तेज बारिश, आज भी यलो अलर्ट जारी
3 राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 652 सड़कें बंद, 4582 करोड़ का नुकसान
मानसून सीजन में अब तक 417 मौतें, 1502 घर ढहे


हिमाचल प्रदेश में बीती रात एक बार फिर आसमान ने कहर बरपाया। कई जिलों में तेज बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज भी ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इसके बाद कल से अगले चार दिन तक मानसून कमजोर पड़ने का पूर्वानुमान जताया गया है।

बीते दिन हुई भारी बारिश से हालात और बिगड़ गए। धर्मपुर सब-डिवीजन में हुए नुकसान को देखते हुए आज सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रखे गए। इसी तरह कुल्लू जिले के मनाली और बंजार क्षेत्र के स्कूल-कॉलेज भी आज नहीं खुलेंगे।

इस पूरे मानसून सीजन (1 जून से 16 सितंबर) में सामान्य से 46 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। आमतौर पर इस अवधि में 692.1 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार आंकड़ा 1010.9 मिलीमीटर तक पहुंच गया। शिमला जिला में सामान्य की तुलना में 109 प्रतिशत ज्यादा और कुल्लू में 108 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा बिलासपुर में 74%, हमीरपुर में 60%, मंडी में 79%, सोलन में 64%, ऊना में 64%, चंबा में 40%, सिरमौर में 40%, कांगड़ा में 20% और किन्नौर में 29% अधिक बारिश हुई है।

बारिश के कहर ने प्रदेश की सड़क व्यवस्था को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। अब तक 3 राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 652 सड़कें बंद पड़ी हैं, जिनमें से करीब 80 फीसदी सड़कें पिछले 20 दिन से अवरुद्ध हैं। इस आपदा से 4582 करोड़ रुपये की निजी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंच चुका है।

सबसे दुखद पहलू यह है कि इस मानसून सीजन में अब तक 417 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 80 मौतें बाढ़, बादल फटने और भूस्खलन के कारण हुई हैं। इसके अलावा 1502 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए और 6501 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।

राज्य सरकार और प्रशासन राहत और बहाली कार्यों में जुटा है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से स्थिति सामान्य होने में अभी और वक्त लग सकता है।