➤ मेष, मिथुन, तुला और कुंभ राशि वालों के लिए आज का दिन शुभ
➤ वृषभ, सिंह, धनु और कर्क राशि वालों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है
➤ कन्या और मकर राशि के जातकों को रिश्तों और प्रेम जीवन में मिलेगा सुख
शारदीय नवरात्र का आज दूसरा दिन है और मां ब्रह्मचारिणी की आराधना पूरे विधि-विधान से की जा रही है। मां का यह स्वरूप तप, संयम और साधना का प्रतीक माना जाता है। इस विशेष दिन पर ग्रह-नक्षत्र भी अपनी स्थिति बदलकर राशियों के जीवन में शुभ-अशुभ संकेत दे रहे हैं। आइए जानते हैं मां ब्रह्मचारिणी की कृपा से आज का दिन बारह राशियों के लिए क्या संदेश लेकर आया है, साथ ही शुभ रंग, शुभ अंक और आज का विशेष उपाय भी।
आज का राशिफल 23 सितम्बर 2025 का दिन सभी 12 राशियों के लिए अलग-अलग अनुभव लेकर आया है। गणेशजी कहते हैं कि आज जहां कुछ राशियों के लिए नए अवसर और खुशियों की सौगात है, वहीं कुछ को धैर्य और संयम से दिन निकालना होगा।
मेष राशि वालों का आत्मविश्वास और उत्साह आज बढ़ेगा। लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे और संबंध मजबूत होंगे। वहीं वृषभ राशि के जातकों को मानसिक तनाव और रिश्तों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। मिथुन राशि के लिए आज का दिन बेहद खास रहेगा, ग्रहों की स्थिति संतुलन और सामंजस्य बनाएगी।
कर्क राशि वाले थोड़े तनाव और चुनौतियों का अनुभव करेंगे, लेकिन यह समय उनके लिए विकासात्मक भी रहेगा। सिंह राशि के जातकों को आत्मविश्वास की कमी और संचार में दिक्कत हो सकती है, इसलिए धैर्य की आवश्यकता होगी। कन्या राशि वालों के लिए प्रेम जीवन बेहद अच्छा रहेगा और नए रिश्ते की संभावना बन सकती है।
तुला राशि के जातकों के लिए दिन ऊर्जावान और सकारात्मक रहेगा। वहीं वृश्चिक राशि के लिए यह समय आत्मीयता और रिश्तों को स्थिर बनाने का है। धनु राशि वालों को मानसिक दबाव और रिश्तों में तनाव झेलना पड़ सकता है, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति बेहतर होगी।
मकर राशि के लिए दिन स्थिरता और संतुलन लाएगा, और वे पारिवारिक व सामाजिक जीवन का आनंद उठाएंगे। कुंभ राशि वालों के लिए यह दिन शानदार रहेगा, पुराने रिश्ते ताजगी पाएंगे। वहीं मीन राशि के जातक बेचैनी महसूस कर सकते हैं, लेकिन सकारात्मक दृष्टिकोण उन्हें नए अवसरों की ओर ले जाएगा।
♈ मेष (Aries)
-
आज आत्मविश्वास बढ़ेगा और लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे।
-
शुभ अंक: 7
-
शुभ रंग: हरा
-
उपाय: हनुमानजी को गुड़ और चने का भोग लगाएँ।
♉ वृषभ (Taurus)
-
मानसिक तनाव हो सकता है, धैर्य रखें।
-
शुभ अंक: 2
-
शुभ रंग: काला
-
उपाय: माँ दुर्गा को लाल फूल अर्पित करें।
♊ मिथुन (Gemini)
-
सामाजिक जीवन में खुशियाँ और सफलता।
-
शुभ अंक: 8
-
शुभ रंग: आसमानी नीला
-
उपाय: गणेशजी को दूर्वा चढ़ाएँ।
♋ कर्क (Cancer)
-
थोड़ी बेचैनी और तनाव रह सकता है।
-
शुभ अंक: 11
-
शुभ रंग: सफेद
-
उपाय: शिवलिंग पर जल और दूध अर्पित करें।
♌ सिंह (Leo)
-
आत्मविश्वास और संचार में कमी रह सकती है।
-
शुभ अंक: 4
-
शुभ रंग: गुलाबी
-
उपाय: सूर्य देव को जल चढ़ाएँ।
♍ कन्या (Virgo)
-
प्रेम और आकर्षण से भरा दिन।
-
शुभ अंक: 12
-
शुभ रंग: नारंगी
-
उपाय: विष्णुजी को तुलसी पत्र अर्पित करें।
♎ तुला (Libra)
-
सकारात्मक ऊर्जा और नए अवसर मिलेंगे।
-
शुभ अंक: 9
-
शुभ रंग: गहरा हरा
-
उपाय: माँ दुर्गा को मिठाई अर्पित करें।
♏ वृश्चिक (Scorpio)
-
रिश्तों और भावनाओं में स्थिरता लाएँ।
-
शुभ अंक: 5
-
शुभ रंग: गहरा नीला
-
उपाय: भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें।
♐ धनु (Sagittarius)
-
बेचैनी और रिश्तों में तनाव हो सकता है।
-
शुभ अंक: 13
-
शुभ रंग: मैरून
-
उपाय: पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें।
♑ मकर (Capricorn)
-
जीवन में स्थिरता और संतुलन रहेगा।
-
शुभ अंक: 17
-
शुभ रंग: नीला
-
उपाय: शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएँ।
♒ कुंभ (Aquarius)
-
रिश्तों में ताजगी और सामाजिक ऊर्जा।
-
शुभ अंक: 6
-
शुभ रंग: लाल
-
उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें।
♓ मीन (Pisces)
-
बेचैनी हो सकती है लेकिन नए अवसर मिलेंगे।
-
शुभ अंक: 10
-
शुभ रंग: पीला
-
उपाय: भगवान विष्णु को केले का भोग लगाएं।
शारदीय नवरात्र 2025 का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी की आराधना के लिए विशेष महत्व रखता है। मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप अत्यंत शांत और तपस्विनी माना गया है। उनके हाथों में जप की माला और कमंडलु रहता है, जो तपस्या और संयम का प्रतीक है। मान्यता है कि इनकी पूजा करने से साधक में वैराग्य, सदाचार, तप और आत्मसंयम की वृद्धि होती है। साथ ही परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
पूजा विधि के अनुसार, इस दिन प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को गंगाजल से पवित्र करें और मां की प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक करें। देवी को सफेद या पीले फूल अर्पित करें। साथ ही फल, मिश्री और पंचामृत का भोग लगाएँ। पूजा के दौरान देवी का ध्यान करें और ध्यान मंत्र व स्तुति मंत्र का जाप करें।
मां ब्रह्मचारिणी की कृपा पाने के लिए इस दिन तामसिक भोजन और किसी महिला का अपमान करने से बचना चाहिए। नवरात्र के दौरान जितना संभव हो सके उतना पाठ, भजन और कीर्तन करना शुभ माना गया है। देवी को मिश्री का भोग विशेष प्रिय है। भक्तों को विश्वास है कि मिश्री और पंचामृत का भोग अर्पित करने से घर में समृद्धि आती है और परिवार के सदस्यों में प्रेम बढ़ता है।
मां ब्रह्मचारिणी पूजा मंत्र
-
ध्यान मंत्र: दधाना कर पद्माभ्यामक्षमाला कमण्डलु। देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥
-
स्तुति मंत्र: या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
भोग और पूजन सामग्री
भोग में मिश्री, पंचामृत, फल और मिठाई का महत्व है। पूजन सामग्री में फूल (सफेद या पीले), अक्षत, रोली-कुमकुम, दीपक, धूप, कपूर, गंगाजल और इत्र आदि शामिल हैं।
इस प्रकार श्रद्धा और नियमपूर्वक पूजा करने पर मां ब्रह्मचारिणी अपने भक्तों को शक्ति, वैराग्य और ज्ञान प्रदान करती हैं।



