हिमाचल परिवहन निगम द्वारा सड़कों पर खटारा बसें दौड़ाने का सिलसिला थम नही रहा है। इस मामले में कई बार निगम के ही कर्मचारी कह चुके है कि निगम खटारा बसें भेज कर यात्रियों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है। उसके बाद उन्हें निलंबन का दंश भी झेलना पड़ा है। आज भी ऐसा ही वाक्य चौपाल क्षेत्र में सामने आया है। यहां के लिए हर रोज खटारा बसें भेजी जा रही है।शिमला से इस क्षेत्र के लिए जो बसें भेजी जाती है उनकी स्थिती बिलकुल खराब है, जिससे जनता हर रोज परेशान हो रही है।
बुधवार को शिमला से पहलोग जाने वाली बस जो सुबह 9 बजे शिमला से चली, 5 घंटे में केवल 50 किलोमीटर का सफर तय करन के बाद ही जबाव दे गई। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बस कि स्थिती क्या हो सकती है! कि एक ही समय में बस के दोनों टायर पंचर हो गए हैं।दोपहर 1:30 बजे तक भी बस के टायरों को ठीक नही किया गया था। इस विषय में जब निगम के उच्चाधिकारियों से बात की गई कि दूसरी बस भेजी जाए।अधिकारियों ने कहा कि कोई भी बस हमारे पास उपलब्ध नहीं है जब तक यह ठीक नहीं होगी यात्रियों को इंतजार करना पड़ेगा। इसी बस को आगे भेज सकते है।
ग़ौरतलब है कि इससे पहले विभाग की कई लापरवाहियां सामने आती रही हैं। यहां तक कि एक ड्राइवर ने भी विभाग की पूरी पोल खोली थी और उच्च अधिकारियों पर सवाल खड़े किए थे। लेकिन बजाए डिपार्टमेंट में सुधार करने के उच्च अधिकारियों ने उक्त ड्राइवर को ही सस्पेंड कर दिया और दलील पेश की वे उक्त समय पर मौके से भाग खड़ा हुआ था।