➤ हाईकोर्ट ने रेप केस में आरोपी SDM की जमानत पर अगली सुनवाई 6 अक्टूबर तय की
➤ पीड़िता ने आरोपी से समझौते की बात कही, कोर्ट ने मांगी स्टेटस रिपोर्ट
➤ आरोपी SDM विश्व मोहन देव 11 दिन से फरार, पुलिस अब तक नहीं पकड़ पाई
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के SDM विश्व मोहन देव चौहान पर गंभीर आरोपों के मामले में शुक्रवार को फिर से हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान मामले ने नया मोड़ तब लिया जब कोर्ट को सूचित किया गया कि पीड़िता और आरोपी के बीच समझौता हो चुका है।
जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान आरोपी की ओर से यह तर्क रखा गया कि अब जबकि दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामला निपटा लिया है, ऐसे में उसे जमानत पर रिहा किया जाना चाहिए। वहीं, पीड़िता की ओर से भी इस समझौते की पुष्टि अदालत में की गई।
हालांकि, मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत ने राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। सरकार को निर्देश दिया गया है कि वह पूरे प्रकरण पर अपनी स्थिति अदालत के समक्ष पेश करे। इसके बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा।
गौरतलब है कि ऊना के एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान पर रेप का आरोप लगने के बाद मामला बेहद संवेदनशील हो गया था। पीड़िता की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई थी। आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले ही अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। इस बीच पीड़िता और आरोपी के बीच हुए समझौते ने पूरे मामले को नए एंगल पर खड़ा कर दिया है।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि रेप जैसे मामलों में भले ही पीड़ित और आरोपी के बीच समझौता हो जाए, लेकिन यह अपराध राज्य बनाम आरोपी श्रेणी में आता है और ऐसे में अदालत और सरकार की भूमिका अहम हो जाती है। अब देखना होगा कि आने वाली सुनवाई में अदालत इस समझौते को कितना तवज्जो देती है और जमानत पर क्या फैसला सुनाती है।
अब इस मामले की अगली सुनवाई 6 अक्टूबर को होगी। तब राज्य सरकार को स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट में पेश करनी होगी और इसी आधार पर जमानत पर फैसला तय होगा।



