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2026 का राहु गोचर: इन राशियों में तनाव, चुनौतियां और नए परिवर्तन

➤ वर्ष 2026 में राहु दो बार राशि परिवर्तन करेंगे
➤ वृषभ, सिंह और कन्या राशि वालों पर बढ़ेगा दबाव
➤ करियर, धन, सेहत और संबंधों में चुनौतीपूर्ण हालात संभव


Rahu Gochar 2026: नए वर्ष में ग्रहों की चाल कई बड़े और प्रभावशाली परिवर्तन लेकर आने वाली है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण छाया ग्रह राहु रहेंगे, जो वर्ष 2026 में दो बार राशि परिवर्तन करेंगे। पहली बार राहु 2 अगस्त 2026 को कुंभ राशि में रहते हुए धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, जबकि दूसरी बार 5 दिसंबर 2026 को कुंभ से मकर राशि में गोचर करेंगे।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु मानसिक स्थिति, भ्रम, निर्णय क्षमता और अचानक आने वाली परिस्थितियों का कारक माना जाता है। उनका गोचर कुछ राशियों को लाभ पहुंचाता है, वहीं कुछ के लिए यह समय तनाव और दबाव बढ़ाने वाला साबित होता है। वर्ष 2026 में राहु का यह परिवर्तन वृषभ, सिंह और कन्या राशि वालों के लिए कई उतार-चढ़ाव लेकर आ रहा है। करियर, संबंधों, आर्थिक स्थिरता और मानसिक शांति से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रभाव देखने को मिल सकता है।

वृषभ राशि पर राहु का प्रभाव

वृषभ राशि वालों के लिए यह समय मानसिक दबाव बढ़ाने वाला रहेगा। पारिवारिक विवाद और तनाव की स्थिति बन सकती है। नौकरी और करियर में धैर्य रखना आवश्यक होगा। निवेश में जोखिम बढ़ने के संकेत हैं, इसलिए किसी भी बड़े वित्तीय निर्णय से पहले पूरी जांच जरूरी रहेगी। कार्यक्षेत्र में लक्ष्य पूरा करने हेतु अतिरिक्त मेहनत करनी होगी। परिवार के किसी सदस्य की सेहत चिंता का कारण बन सकती है।

सिंह राशि पर राहु का प्रभाव

सिंह राशि वालों के लिए यह अवधि चुनौतीपूर्ण और दबावपूर्ण होगी। कार्यक्षेत्र में सामान्य से अधिक प्रयास करने पड़ सकते हैं, अन्यथा नुकसान की संभावना है। व्यापार में मंदी और योजनाओं में अवरोध आ सकते हैं। पैतृक संपत्ति से जुड़े विवाद सुलझने के संकेत हैं, लेकिन रिश्तों में तनाव मानसिक शांति को प्रभावित करेगा। घरेलू समस्याएं समय-समय पर परेशान कर सकती हैं।

कन्या राशि पर राहु का प्रभाव

कन्या राशि वालों के लिए यह समय भागदौड़ और चुनौतियों से भरा रहेगा। अधिकारियों और सहकर्मियों से संबंधों में संयम रखना जरूरी होगा। प्रेम संबंधों में दूरी और गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। प्रेम विवाह से जुड़े निर्णय में समस्याएं संभव हैं। मौसमी बीमारियां परेशान कर सकती हैं, इसलिए स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना जरूरी होगा। कार्यों के प्रति टालमटोल बढ़ सकती है, जिससे प्रगति प्रभावित हो सकती है।