सिरमौर के दुर्गम क्षेत्र शिलाई विस क्षेत्र से एक बड़ी खबर आ रही है। शिलाई क्षेत्र के एक ही गांव में 3 नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने का मामला सामने आया है। इस हैरान कर देने वाले मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है। विभाग पूरे मामले को लेकर अब अंजान बन रहा है।
हालांकि विभाग इस बात को मान रहा है कि इस मामले की जानकारी उन्हें पुलिस को देनी चाहिए थी। इन तीनों नाबालिग लड़कियों में से एक की उम्र महज 15 से 17 साल तक बताई जा रही है। जोकि 7 से 8 माह की गर्भवती बताई जा रही है। इसके चलते इतनी कम उम्र में गर्भवती होने के कारण इनकी जान जोखिम में होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
शादीशुदा 3 नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने के मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यकर्ता को इसकी भनक लग गई थी। मगर आपसी संबंध बनाए रखने के चक्कर में इन नाबालिग लड़कियों की जिंदगी को दांव पर लगा दिया गया। कुछ सवाल महिला एवं बाल विकास विभाग पर भी खड़े हुए है।
क्या ऐसा हो सकता है कि एक ही गांव में तीन-तीन नाबालिग लड़कियां जिनमें 15 वर्ष की लड़की भी गर्भवती हो जाए और वहां दिन रात काम करने वाली कार्यकर्ता व सुपरवाइजर को पता न चले। ऐसे में सीधे-सीधे विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही से भी इंकार नहीं किया जा सकता। गौर हो कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की सीधी जिम्मेदारी बनती है। मगर यहां ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है।
क्षेत्र के विभाग की सुपरवाइजर कला देवी के अनुसार उनकी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इन तीनों लड़कियों के घर गई थी। मगर उस वक्त तीनों लड़कियों की उम्र 19 साल बताई गई थी। जब इनसे उम्र के प्रमाण पत्र मांगे गए, तो उनके पास कोई प्रमाण पत्र नहीं थे। हालांकि उन्होंने माना कि उन्हें समय रहते पुलिस को इस मामले की जानकारी दे देनी चाहिए थी।
ये बोले अधिकारी
दूसरी तरफ इस मामले में जब महिला एवं बाल विकास विभाग पांवटा साहिब के सीडीपीओ (अतिरिक्त कार्यभार शिलाई) रूपेश ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में वीरवार को ही आया हैं। कायदे से हमारे विभाग के लोगों को तुरंत जांच कर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवानी चाहिए थी। ऐसे मामलों में तुरंत पुलिस में मामले दर्ज करवाए जाने चाहिए।