कांगड़ा के गग्गल एयरपोर्ट के दो से तीन किलोमीटर के आसपास अब कोई भी मुर्गा या बकरा नहीं कटेगा। अगर कोई ऐसा करता है तो प्रशासन उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने हवाई जाहज की लैंडिंग को लेकर ये निर्णय लिया है।
दरअसल, गग्गल एयरपोर्ट के आसपास पक्षियों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिससे कभी भी लैंडिंग के समय हवाई जाहज का उनसे टकराने का खतरा बना रहता है। पक्षियों की संख्या गत दिनों हवाई जाहज से पक्षी टकराने के मामले के बाद हरकत में आए प्रशासन ने अब ये निर्णय लिया है। गग्गल हवाई अड्डे के अधिकारियों की इसको लेकर बैठक की गई।
जानकारी देते हुए गगल एयरपोर्ट के निदेशक सोनम नुरबू ने बताया के गग्गल हवाई अड्डे के आसपास लगातार बढ़ रही पक्षियों की संख्या के कारण कई बार हवाई जहाज के साथ इनके टकराने से दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि गग्गल एयरपोर्ट के करीब तीन किलोमीटर के एरिया के आसपास कहीं भी मुर्गा यह बकरा नहीं काटा जाएगा। कोई इसकी अवहेलना करता पकड़ा गया तो एयरपोर्ट अथॉरिटी उसके खिलाफ कड़ी करवाई करेगा।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इस निर्णय के पिछे ये तर्क दिया है कि इससे पहले इस एरिया में जो मुर्गे या बकरे कटते वहां कई प्रकार के पक्षी मंडराना शुरू हो जाते हैं। इस वजह से विमान का पक्षियों से टकराने का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि जल्द ही शिमला की तर्ज पर गग्गल क्षेत्र में भी बड़ा स्लाटर हाउस बनाने पर भी विचार किया जायेगा।