प्रदेश के लिए प्रस्तावित आईटी पार्क पंजाब के मोहाली स्थित पार्क की तर्ज पर बनाए जाएंगे। पहला आईटी पार्क राजधानी शिमला के मैहली में बनेगा। ये मोहाली में स्थापित आईटी पार्क का मिनी मॉडल होगा। इसके बाद सरकार की ओर से मंजूरी मिलने के बाद कांगड़ा जिले के गग्गल में दूसरा आईटी पार्क विकसित किया जाएगा।
एयरपोर्ट साथ होने की वजह से यहां पर करीब 200 स्टार्टअप शुरू होंगे। गग्गल आइटी पार्क सुविधाओं के हिसाब से देश में बेहतरीन होगा। ये जानकारी प्रदेश सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने दी। उन्होंने कहा कि अगले साल के अंत तक शिमला का मैहली स्थित पार्क बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मैहली में बनने वाला ये पार्क 1400 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया जा रहा है।
इसमें 250 से 300 लोगों को अपना हुनर दिखाने और स्वरोजगार पाने का मौका मिलेगा। इसमें नए उद्यमियों को सॉफ्टवेयर विकसित करने और अन्य सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया कि इसे तैयार करने में करीब 18 महीने लगेंगे। वहीं, कांगड़ा के गग्गल में आईटी विभाग के पास करीब 27 बीघा जमीन है। यह भी एसटीपीआई को दी जा रही है।
गगल आइटी पार्क की जमीन एसटीपीआइ के नाम करने का प्रस्ताव मंत्रिमंडल की बैठक में जाएगा। उसके बाद केंद्र सरकार आइटी पार्क स्थापित करने के लिए बजट प्रावधान करेगी। 27 बीघा जमीन विभाग के पास है, जबकि 83 बीघा जमीन का प्रस्ताव भेजा गया था। मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि वाकनाघाट में आईटी विभाग के पास विभाग की 322 बीघा जमीन पड़ी है।