कांगड़ा के फतेहपुर उपमंडल में मिग-21 क्रैश के तीसरे दिन भी जांच जारी है। शनिवार को झुलाड़ गांव में हैदराबाद से एयर कमांडेंट अनुराग जोशी जांच टीम के साथ यहां पहुंचे। टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और अन्य जगहों पर जाकर भी जांच की।
एयर कमांडैंट अनुराग जोशी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और जहां पर भी मिग-21 के पार्ट्स बिखरे पड़े थे, वहां जाकर उनका मुआयना किया। टीम उन लोगों से भी मिली, जिन्होंने विमान को आग लगने के बाद क्रैश होते देखा था। अभी तक मिग-21 के कुछ ही पार्ट्स मिल पाए हैं। इनमें मिग-21 का इंजन भी शामिल है। वहीं, ब्लैक बॉक्स अभी तक नहीं मिल पाया है। जब तक ब्लैक बॉक्स नहीं मिलेगा। तब तक घटना के कारणों का पता नहीं चल पाएगा।
प्लेन के क्रैश होने के कारणों का पता लगाने के लिए मौके पर 5 टीमों का गठन किया गया है। जहां-जहां पर मिग-21 के पार्ट्स बिखरे पड़े थे, वहां जाकर उन पार्ट्स को पहचानने की कोशिश की गई कि कौन-सा पार्ट कहां का है। इसके अलावा कई अन्य जगहों पर भी सर्च किया, लेकिन ब्लैक बॉक्स का अभी तक कोई भी सुराग नहीं मिला है।
एयर कमांडैंट अनुराग जोशी ने एयरफोर्स के जवानों को निर्देश दिए कि मिग-21 के हर पार्ट्स को एकत्रित किया जाए और उनका मैप भी तैयार किया जाए कि कौन सा पार्ट्स कहां पर मिला है, ताकि इस मामले की तह तक पहुंचकर पता लगाया जाएगा कि आखिरकार मिग-21 के क्रैश होने का क्या कारण रहा।
उन्होंने जनता से भी आग्रह किया है कि अगर किसी को भी प्लेन का कोई पार्ट कहीं घटनास्थल के अलावा दूसरी जगह मिलता है तो उसे छुए नहीं बल्कि उसकी सूचना प्रशासन को दें। वहीं, तीसरे दिन भी उस स्थल की खुदाई का कार्य शुरू नहीं हो पाया, जहां पर मिग-21 क्रैश हुआ जहां लगभग 10 फुट का गड्ढा पड़ गया था। इस मौके पर एसएचओ ज्वाली नीरज राणा, तहसीलदार ज्वाली व नायब तहसीलदार फतेहपुर प्रेम चंद भी टीम के साथ मौजूद रहे।