इस बार अगस्त महीने तक भी भाखडा डैम और पौगं डैम के जलस्तर में लगभग 50 फुट की कमी है। डैम का कम जलस्तर को लेकर बीबीएमबी चिंतित हैं। वहीं पानी और बिजली आपूर्ति में भी बाधा बन सकती है। भाखडा में कम जलस्तर होने से इस बार हिमाचल में मछली उत्पादन में भी भारी कमी आएगी। जबकि जुलाई महीने के अंत तक भाखड़ा डैम का जलस्तर 1600 फुट को पार कर जाता हैं। जबकि इस बर्ष जलस्तर अगस्त महीने में भी मात्र 1578 फुट है।
गौरतलब है कि जहां पर देश के कई राज्यों में बरसात से नदी नाले उफान पर हैं। वहीं, पूरे उतरी भारत को बिजली की आपूर्ति करने वाले भाखडा डैम के जलस्तर में इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा लगभग 50 फुट की कमी चल रही है। वहीं दूसरी ओर पौंग डैम का भी यही हाल बना हुआ है। ऐसे में यदि पानी की आवक कम रही तो दोनों ही डैमों में पानी का स्तर कम रह सकता है।
वहीं आने वाले समय में हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में जल संकट गहरा सकता है। वहीं, बिजली आपूर्ति की भी कमी बन सकती है ।और अगर जलस्तर नहीं बढ़ा तो हिमाचल में मछली उत्पादन में भी भारी कमी आ सकती हैं ये भी एक चिंता का बिषय हैं हालांकि इस बार पानी की कमी के चलते भाखड़ा डैम सतलुज झील और पौंग डैम में मछली पकड़ने पर 15 दिन का प्रतिबंद और लगा दिया गया हैं।