एसएफआई राज्य कमेटी के आह्वान पर बुधवार को शिमला के सभी महाविद्यालयों में मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर धरना प्रदर्शन किया गया । ये प्रदर्शन छात्र संघ चुनाव की बहाली के लिए किया गया। जिला के कोटशेरा, rkmv, संजौली, सांध्यकालीन महाविद्यालय, ठियोग, महाविद्यालय में पुतला दहन व नेरवा, रामपुर, आनी, करसोग महाविद्यालय में "छात्र संघ चुनाव की बहाली " को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया।
एसएफआई ने आरोप लगाया है कि संजौली और कोटशेरा महाविद्यालय में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने धक्का-मुक्की और छात्राओं के साथ भी बदसलूकी की है। जो प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन के तानाशाही रवैये को दिखाता है।
एसएफआई ने कहा कि सरकार पूर्व में कांग्रेस सरकार की तर्ज पर ही छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है। छात्र संघ चुनावों की बहाली को लेकर अभी तक प्रदेश सरकार द्वारा स्थिति स्पष्ट न करने से यह मालूम होता है । एसएफआई का आरोप है वर्तमान बीजेपी सरकार गैर-लोकतांत्रिक है। इसलिए दुनिया के सबसे बढ़े लोकतांत्रिक देश में छात्रों को अपना प्रतिनिधि चुनने के अधिकार से वंचित रखना चाहती है ।