शिमला में अब स्क्रब टाइफस ने दस्तक दे दी है। आईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के 3 मामले सामने आए हैं। ये तीनों पीड़ित शिमला के रहने वाले हैं और आईजीएमसी में अपना उपचार करवा रहे हैं। इनमें एक महिला और 2 पुरुष शामिल हैं। इस साल में स्क्रब टाइफस के ये पहले मरीज सामने आए हैं।
पिछले साल की अगर बात की जाए तो कई लोगों की स्क्रब टाइफस से मौत हो चुकी है, ऐसे में इस साल भी अब स्क्रब टाइफस के मामले आने शुरू हो गए हैं। स्क्रब टाइफस बरसात के दिनों में उगने वाली घास में पाए जाने वाले पिस्सू से अधिक फैलता है, जिससे मौत तक भी हो सकती है, ऐसे में अब लोगों को सावधानी बरतनी होगी।
क्या है स्क्रब टाइफस
स्क्रब टाइफस एक जीवाणु से संक्रमित पिस्सू के काटने से फैलता है जो खेतों, झाडिय़ों और घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में फैलता है और स्क्रब टाइफस बुखार बन जाता है। विभागाधिकारियों का कहना है कि मॉनीटरिंग की जा रही है और रोजाना रिपोर्ट निदेशालय और सचिवालय भेजी जाती है।