हमीरपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने चंद लमहों में ही कई उलझनों को दूर कर दिया। उन्होंने अपने बयानों से साफ कर दिया कि 2019 लोकसभा चुनाव प्रदेश के नेताओं के अहंकार की जंग नहीं बल्कि कांग्रेस की विचारधारा की लड़ाई है। इसमें किसी क्षत्रप नहीं बल्कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की साख दांव पर लगी है।
उन्होंने नाम लेते हुए कहा कि 2019 लोकसभा की जंग वीरभद्र, सुखविंदर सुक्खू या मुकेश अग्निहोत्री की नहीं है। यह लड़ाई राहुल गांधी की है। यह कांग्रेस की विचारधारा की लड़ाई है।
टिकट के चाहवानों को जवाब
जैसा की समाचार फर्स्ट ने कार्यक्रम से पहले ही टिकट के दावेदारों के शक्ति प्रदर्शन की बात पब्लिश की थी। ऐसे लोगों को भी पाटिल ने सख़्त मैसेज दिया। उन्होंने कहा कि किसी के कहने या दबाव में टिकट का वितरण नहीं होगा। बल्कि, सभी की सलाह से योग्य उम्मीदवार पर हाईकमान फैसला लेगा। हाईकमान के फैसला लेने के बाद सभी की जिम्मेदारी होगी कि उस कैंडिडेट को भारी बहुमत से विजयी बनाने में अपना योगदान दे।
राफेल डील पर मोदी सरकार को घेरा
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने इस दौरान मोदी सरकार को राफेल डील समेत उज्ज्वला योजना और महंगाई पर तीखे वार किए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राफेल डील पर देश की जनता की आंख में धूल झोंकने काम किया है। उन्होंने सीधे आरोप लगाए कि सरकार गोपनीयता का हवाला देकर अपनी कारस्तानी छिपा रही है।
इस दौरान उन्होंने उज्ज्वला योजना को भी एक फ्लॉप मुहिम करार दिया। रजनी पाटिल ने कहा कि एक तरफ सरकार ने मुफ्त गैसे सिलेंडर देने का प्रचार किया तो दूसरी तरफ आम आदमी की जेब से दोगुने पैसे वसूल लिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार महंगाई का हवाला देकर सरकार में आई थी, लेकिन ठगने के सिवाय कुछ नहीं किया। लिहाजा, अब जनता अपना विश्वास कांग्रेस को देने जा रही है।
अफवाह बांटती है आरएसएस
रजनी पाटिल ने आरएसएस को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आरएसएस की सोच अपने विरोधियों के खिलाफ निगेटिव प्रॉपगैंडा फैलाने की रही है। उन्होंने बताया कि आरएसएस ने एक बाद एक अफवाह फैलाकर राहुल और सोनिया गांधी बदनाम करने की कोशिश की है। उन्होंने आरएसएस पर धर्म के इस्तेमाल का भी आरोप लगाया।