वैसे तो आज रैलियों का शनिवार है। क्योंकि, देश की दो बड़ी पार्टियों के मुखिया अलग-अलग राज्य में चुनावी ताल ठोक रहे हैं। हालांकि, इस क्रम में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी का जयपुर में रोड-शो एक मास्टरस्ट्रोक की तरह देखा जा रहा है। दरअसल, 7 जुलाई को पीएम मोदी की रैली के बाद राजस्थान मीडिया में यह शोर था कि कांग्रेस चुनाव प्रचार में पिछड़ गई है। पीएम मोदी के बाद 4 अगस्त को सीएम वसुंधरा राजे और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के दौरे लगातार होते रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को लेकर मीडिया में कई तरह की बातें छप रही थीं। लेकिन, राहुल गांधी का जयपुर आगमन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जान फूंकने वाला है।
राजनीतिक विश्लेषक पहले से ही राजस्थान में बीजेपी के गढ़ में सेंधमारी को आसान बता रहे हैं। क्योंकि, बीते सालों में सरकार विरोधी लहर जो राजस्थान के अधिकांश क्षेत्रों में हैं उसका फायदा कांग्रेस उठा सकती है।
इसी क्रम में कार्यर्ताओं में जान फूंकने और नेताओं को एकजुट करने के मक़सद से राहुल का जयपुर दौरा बेहद ख़ास है। राहुल जयपुर में खुली बस में करीब 12 किलोमीटर का रोड शो करेंगे। साथ ही जयपुर के रामलीला मैदान में एक रैली को भी संबोधित करेंगे। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल पहली बार राजस्थान पहुंच रहे हैं।
खास बात यह भी है कि राहुल का जयपुर दौरा ऐसे वक्त में है जब राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने 40 दिन की 'राजस्थान गौरव यात्रा' पर हैं।