Follow Us:

अब शिमला में 108 एंबुलेंस नहीं मिलने से मरीज की मौत, पिता ने बेटे की गोद में तोड़ दम

डेस्क |

नाहन के बाद अब शिमला में 108 एंबुलेंस नहीं मिलने से मरीज की मौत हो गई है। शिमला में बेटे की गोद में पिता ने दम तोड़ दिया। अगर वक्त रहते 108 पहुंच जाती तो शायद हेमराज गुप्ता की जान बच जाती। रोते बिलखते परिवारवालों का आरोप है कि जीवन दायिनी 108 एंबुलेंस के समय पर नहीं पहुंचने से उनके परिवार के सदस्य की मौत हो गई।

शिमला के टुटू में रहने वाला हेमराज गुप्ता अस्थमा और हृदय रोग से ग्रसित था। सोमवार सुबह अचानक तबीयत खराब होने पर परिवारवलों ने इमरजेंसी में 108 पर फोन कर एंबुलेंस की मदद मांगी। फोन पर एंबुलेंस के खराब होने की बात कही गई। काफी देर बाद निजी वाहन से मरीज को पीएचसी टुटू पहुंचाया गया। डॉक्टर्स ने उन्हें आईजीएमसी ले जाने के लिए कहा। मरीज को परिवार वाले आईजीएमसी लेकर गए, लेकिन डॉक्टर्स तक पहुंचने से पहले ही मरीज ने दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि अगर 108 समय पर मिल जाती तो शायद मरीज की जान बच सकती थी।

मृतक हेम राज के बेटे राजीव का कहना है कि एम्बुलेंस को फोन करते रहे, लेकिन फोन पर कर्मचारी एम्बुलेंस खराब होने की बात कहते रहे। जिसके बाद निजी गाड़ी से वो अपने पिता को आईजीएमसी ले गया,  लेकिन वहां पहुचने से पहले ही पिता ने गोद में दम तोड़ दिया। एम्बुलेंस समय पर मिल जाती तो उनके पिता की जान बच सकती थी।