प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद जैसे ही ऊर्जा मंत्री विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे ऊर्जा नीति बदलाव के सवाल पर वक्तव्य देने के लिए खड़े हुए विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने इस पर कहा कि मंत्री जब ऊर्जा नीति पर चर्चा के बाद जबाब दे चुके है तो फिर इस तरह का व्यक्तव्य दोवारा से क्यों दिया जा रहा है। विपक्ष ने इसपर हंगामा शुरू कर दिया।
हालांकि, मुख्यमंत्री भी इस पर बोलने के लिए खड़े हुए लेकिन दोनों तरफ से बहसबाज़ी शुरू हो गई और माहौल गरमा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहके विपक्ष मंत्री को सुन तो ले फिर बात करे। हिमाचल के हितों की सुरक्षा की चिंता सरकार को बहुत है।
लेकिन विपक्ष ने सरकार की एक नही मानी और शोर शराबा बड़ गया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने पूंजीपतियों को फ़ायदा पहुंचाने के लिए ऊर्जा नीति में बदलाब किया। इसी बीच विपक्ष ने सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाया और नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया।