चन्द्रा एवं भागा के तांदी संगम स्थान पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को घाटी के हिन्दू औऱ बौद्ध परंपरा अनुसार प्रवाहित किया गया। कृषि मंत्री डॉ. राम लाल मारकंण्डा के नेतृत्व में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की अस्थियों का कलश शिमला से लाहौल घाटी लाया गया। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी मौजूद रहे।
वहीं, लाहौल घाटी के दूर दराज क्षेत्रों आए भारी संख्या में लोगों ने अटल जी कलश पर पुष्प अर्पित किए और उन्हें भावभीनी श्रृद्वांजलि दी। इससे पहले कृषि मंत्री ने कहा कि लाहौल की जनता पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई द्वारा रोहतांग टनल के रूप में दी गई सौगात को कभी नहीं भूल पाएगी। पूरे भारत वर्ष के सभी लोगों के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं को आरम्भ किया था जो आज भी कार्य कर रही हैं।
ये भी देखें:- नूरपुर बस हादसे में अपनी बेटी को खोने वाले जवान का दर्द छलका…