भारत में आधार टेडाबेस की सुरक्षा को लेकर काफी समय से सवाल उठते रहे हैं। एक बार फिर इसकी सुरक्षा पर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। तीन महीने की लंबी पड़ताल के बाद मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आधार के डेटाबेस में एक सॉफ्टवेयर पैच के जरिए सेंध लगाई गई है। पैच से आधार के सिक्यॉरिटी फीचर को बंद किया जा सकता है।
‘हफपोस्ट इंडिया’ की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोई भी अनधिकृत व्यक्ति मात्र 2,500 रुपये में आसानी से मिलने वाले इस पैच के जरिए दुनिया में कहीं से आधार आईडी तैयार कर सकता है।
गौरतलब है कि आधार के डेटाबेस में एक अरब से ज्यादा लोगों की निजी जानकारियां और बायॉमीट्रिक्स डीटेल दर्ज हैं।
चिंता की बात तो यह है कि ऐसे नंबरों का अभी भी इस्तेमाल जारी है। आधार का मसला सीधे तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। यह ख़बर और सनसनीख़ेज हो जाती है कि क्योंकि भारत सरकार ने नागरिकों की पहचान के लिए सभी सिस्टमों में आधार नंबर अनिवार्य कर दिया है।
हफपोस्ट इंडिया के मुताबिक पैच से ही सारा खेल बिगाड़ा गया है। लेकिन आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर ये पैच क्या बला है। दऱअसल, पैच एक कोड का बंडल होता है जिसका इस्तेमाल सॉफ्टवेयर प्रोग्राम के फंक्शन को बदलने के लिए होता है। कंपनिया मौजूदा प्रोग्राम्स में अपडेट्स के लिए भी इसी पैच का इस्तेमाल करती हैं।
इस मामले पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं और जल्द से जल्द लोगों की निजी जानकारी सुरक्षित करने के लिए कहा कहा है।