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मिड डे मील वालों की अब नहीं खैर, भेदभाव करने पर होगी कठोर कार्यवाही

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हिमाचल के स्कूलो में आए दिन कहीं ना कहीं भेदभाव  के मामले सामने आते रहे है। वहीं शिक्षा विभाग ने इस मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए यह निर्धारित किया है कि मिड डे मील के तहत इस तरह का भेदभाव स्कूलों में ना हो ओर  किसी भी छात्र को जाति, धर्म, पंथ और लिंग के आधार पर नहीं बांटा जाएगा।

शिक्षा विभाग की ओर से यह पहल मिड-डे मील के तहत बच्चों के साथ धर्म, जाती, पंथ और लिंग के आधार पर किए जा रहे भेदभाव के मामले सामने आने पर की गई हैं। शिक्षा विभाग ने इन मामलों पर संबंधित अधिकारियों को लताड़ लगाई है। विभाग ने निर्देश जारी किए हैं कि स्कूलों में मिड-डे मील के दौरान किसी भी छात्र के साथ कोई भेद भाव नहीं हो इस बात का ख्याल रखा जाए। विभाग ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि अगर किसी तरह की शिकायत इन मामलों की मिलती हैं तो सख्त कार्यवाही विभाग की ओर से की जाएगी।

अब एक बार फिर से शिक्षा विभाग ने संबधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि मिड डे मील  सभी बच्चें एक साथ बैठ कर खाना खाएं। विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूलों में मिड डे मील में रोल नंबर के आधार पर बच्चों को मील वितरित करने को कहा है। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक रोहित जम्वाल ने बताया कि सभी प्रारंभिक शिक्षा उप निदेशकों, उच्च शिक्षा उप निदेशकों और ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस बात को सुनिश्चित किया जाए कि मिड डे मील के आबंटन में किसी भी तरह का भेदभाव छात्रों से ना हो।

भेदभाव करने पर होगी कठोर कार्यवाही

मिड डे मील आवंटन में यदि बच्चों के साथ धर्म, जाति, पंथ और लिंग के आधार पर भेदभाव किया जाता है तो  संबधित व्यक्ति और अधिकारी पर कानून के तहत कठोर कार्यवाई की जाएगी। इस बारे में शिक्षा विभाग ने उपनिदेशकों से सभी स्कूलों को दिशा निर्देश जारी करने को कहा है। साथ ही स्कूलों में टॉल  फ्री नंबर 1800-180-8007 पर डिस्पले करने को कहा गया है कि ताकि मिड डे मील के संबध में किसी भी तरह की शिकायत या सुझाव विभाग को मिल सके।

बता दें कि इस साल फरवरी में पीएम मोदी के कार्यक्रम मन की बात में प्रधानमंत्री बच्चों से परीक्षा पर चर्चा कर रहे थे। इस कार्यक्रम को पूरे देश में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिखाया गया था। इस दौरान कुल्लू के चेष्टा स्कूल में एक खास जाति वर्ग के बच्चों को बाहर जानवरों से बीच बिठाकर ये पूरा कार्यक्रम दिखाया गया। जातिगत भेदभाव का ये मामला काफी चर्चा में रहा था।