शिमला स्मार्ट सिटी मिशन की दूसरी बीओडी में कई अहम फैसले लिए गए। इसमें शहरवासियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मुख्य रूप से कंसल्टेंट कंपनी हायर करने पर जोर दिया गया। जब तक कंपनी हायर नहीं होगा तक केवल छोटे प्रोजेक्ट्स पर ही काम किया जाएगा। साथ ही बीओडी ने चार पार्किंग्स को जल्द ही ऑनलाइन करके शुरू करने की मंजूरी दी, ताकि लोगों को सुविधा मिल सके। याद रहे कि कंसल्टेंट कंपनी स्मार्ट सिटी में प्रोजेक्ट तैयार करती है, जिसे बाद में लागू किया जाता है।
बीओडी में तय किया गया कि मिशन के तहत डीडीयू अस्पताल में आधुनिक सुविधांओं से लैस एंबुलेंस खरीदी जाएंगी। इसके अलावा सफाई व्यवस्था को बनाए रखने के लिए गारबेज कंपेस्टर और ई-टॉयलेट शहर के विभिन्न स्थानों में लगाए जाएंगे। इसके अलावा गिले कचरे के निपटारे के लिए कंपोस्ट प्लांट लगाने को भी मंजूरी दे दी गई है।
बीओडी की मेंबर कुसुम सदरेट ने कहा कि कंपनी की ओर से लोगों को सुविधांए देने की ओर प्रयास किए जाएंगे। शिमला स्मार्ट सिटी का काम देने के लिए एक प्रोजेक्ट मेनेजमेंट कंपनी को हायर किया जाएगा। यह पीएमसी ही स्मार्ट सिटी मिशन के लिए डीपीआर तैयार करने का काम करेगी। शिमला स्मार्ट सिटी कंपनी के एमडी पंकज राय ने बताया कि पीएमसी को हायर करने की प्रक्रिया जारी है और इसके लिए जल्द ही टैंडर जारी करके दिसंबर से पहले काम पूरा कर लिया जाएगा।