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बच्चों के लिए आफत बनी बरसात, जान जोखिम में डाल स्कूल पहुंच रहे नौनिहाल

सुनिल ठाकुर, बिलासपुर |

आज हम आपको एक ऐसी तस्वीरें दिखाएंगे जिसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे। यहां बच्चों को बरसात के दौरान जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ता है यानि यहां बरसात बच्चों के लिए आफत बनकर बरसती है मगर शासन प्रशासन खामोश बैठा है। जी हां, हम बात कर रहे हैं जिला बिलासपुर के स्वारघाट उपमंडल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खरकड़ी की जहां बरसात के दिनों में छोटे छोटे बच्चे जान हथेली पर रखकर उफनती खड्ड को पार करके स्कूल जाते हैं।

ग्रामीणों ने ही वीडियो मीडिया को भेजा हैं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीर से सरकार रूबरू हो। ये वीडियो इस शनिवार का हैं जब दोबारा हिमाचल में बरसात का दौर शुरू हुआ और पिछले तीन दिन शनिवार से आज सोमवार तक बरसात का दौर जारी हैं।

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खरकड़ी में पढ़ने वाले दर्जनों बच्चों कोआज भी जान हथेली पर लेकर नाले को पार कर स्कूल आना-जाना पड़ता है। बच्चों को अपने स्कूल बैग जूते आदि हाथ में पकड़कर नाला  पार करनी पड़त है। कई बार तो पैर आदि फिसलने से बच्चों के कपड़े ,जुते और बैग पानी से भीग जाते है। बता दें कि यह खड्ड ग्राम पंचायत खरकड़ी और ग्राम पंचायत सलोआ की सीमा पर है लेकिन किसी भी पंचायत ने इस खड्ड पर पुल्ली डालने की हिमाकत नहीं की है।

जिसके चलते चिल्ट, भटेड, कमांदवाली और संदोटी आदि गांवों से रावमापा खरकड़ी में पढने वाले दर्जनों छोटे-बड़े बच्चों को जान हथेली पर लेकर खड्ड पार कर स्कूल आना-जाना पड़ता है। बारिश के समय यह खड्ड पूरे उफान पर होती है और कोई भी बच्चा बहकर गोबिंद सागर झील में समा सकता है। ये खड्ड थोड़ी ही दूरी पर गोबिंद सागर झील में समा जाती है। शनिवार को भी भारी बारिश के चलते स्कूली बच्चों को जानहथेली पर लेकर खड्ड पार करनी पड़ी और खड्ड पार करते समय कई बच्चे गिरने और बहने से बाल-बाल बचे।