नई दिल्ली में आज कर्ज माफी और अन्य मांगों को लेकर किसानों ने मोदी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर हल्ला बोला है। पुलिस की चेतावनी के बावजूद किसानों ने आगे बढ़ने की कोशिश की और पुलिस और किसानों में झड़प शुरू हो गई। इन्हें दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस ने पूरा जोर झोंक दिया है। किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस आंसू गैस और वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर रही है। दिल्ली में दाखिल होने वाले हर रास्ते को सील कर दिया गया है। दिल्ली से कौशांबी जाने वाले रूट में भी बदलाव किया गया है।
ये हैं किसानों की मांगें….
– किसान 60 साल की आयु के बाद पेंशन
– पीएम फसल बीमा योजना में बदलाव करना
– गन्ना की कीमतों का जल्द भुगतान
– किसान कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं
– सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त में दी जाए
– किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज मुक्त लोन
– आवारा पशुओं से फसल का बचाव
– सभी फसलों की पूरी तरह खरीद की मांग भी की गई है
– किसान स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने की मांग
– गन्ने की कीमतों के भुगतान में देरी पर ब्याज देने की मांग
दिल्ली में धारा 144 लागू
पूर्वी दिल्ली में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सोमवार शाम ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी पंकज सिंह ने पूरी ईस्ट दिल्ली में धारा-144 लगाने का आदेश जारी कर दिया। खास बात यह है कि ये आदेश 8 अक्टूबर तक लागू रहेगा। उल्लंघन करने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में भी 4 दिनों के लिए धारा 144 लगा दी गई है।
दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस सतर्क
किसानों को रोकने के लिए गाजीपुर बॉर्डर, महाराजपुर बॉर्डर और अप्सरा बॉर्डर पर पुलिस खासतौर से चौकस है। गाजीपुर बॉर्डर को तो पुलिस ने पूरी तरह सील कर रखा है, जबकि महाराजपुर और अप्सरा बॉर्डर पर भी बैरिकेडिंग करके आने-जाने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सभी जगहों पर भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है, ताकि अगर किसान जबर्दस्ती दिल्ली में घुसने की कोशिश करें, तो उन्हें रोका जा सके। बॉर्डर पर वॉटर कैनन, आंसू गैस आदि का भी पुलिस ने पूरा इंतजाम कर रखा है। साथ ही एक्स्ट्रा फोर्स भी लगा दी गई है।