शिमला के नेरवा में हुई दलित युवक की हत्या मामले ने एक बार फिर से जातिगत रंग ले लिया है। नेरवा मारपीट हत्या मामले को लेकर दलित संगठनों के प्रतिनिधियों मृतक के माता, पिता सहित विधायक राकेश सिंघा के नेतृत्व में बीती रात एस पी ऑफिस का घेराव कर दिया। परिजनों का आरोप है कि
उनकी जानकारी के बिना ही नेरवा पुलिस शव को नेरवा ले गई। गुस्साए परिजन ने एसपी शिमला से कार्यवाही की मांग उठाई।
कॉमरेड राकेश सिंघा का का आरोप है कि जिस कानून एवम व्यवस्था के मुददे को लेकर भाजपा सत्ता तक पहुँची। उसी कानून व्यवस्था पर अब सवाल उठ रहे है। प्रदेश में अपराध का ग्राफ़ लगातार बढ़ रहा है। पिछले 9 माह की भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही हत्याओं के आंकड़ा 50 से ऊपर पहुंच गया है। रेप, छेड़खानी, मारपीट, नशे की तस्करी व अन्य अपराधी भी बेलगाम नज़र आ रहे है।