देशभर में आज पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया। शिमला में डीजीपी एसआर मरड़ी ने पुलिस लाइन भराड़ी में पुलिस स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। 21 अक्तूबर 1959 को चीन के सैनिकों ने 20 भारतीय जवानों के पुलिस दल पर फायरिंग की थी और ग्रेनेड फेंके, इस घटना में 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, सात घायलों को चीनी फौज ने कैद कर लिया और बाकी भागने में कामयाब रहे थे। घटना के पूरे तीन हफ्ते बाद (13 नवम्बर, 1959) कहीं जाकर चीनियों ने हमारे 10 शहीदों के शवों को वापस किया था। हॉट-स्प्रिंग्स पर पूरे पुलिस सम्मान के साथ इन शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
जनवरी 1960 में हुए राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों के पुलिस महानिरीक्षकों के वार्षिक सम्मेलन में फैसला किया गया था कि, 21 अक्तूबर पूरे भारत की पुलिस लाईन में बहादुर पुलिसकर्मियों की याद में स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा। आजादी के बाद से अब तक राष्ट्र की अखंडता और देशवासियों की सुरक्षा में 35,000 पुलिस कर्मियों ने अपना बलिदान दिया था। बता दें कि 1959 से लेकर अभी तक 35 हजार, जवानों ने ड्यूटी के दौरान मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।