प्रदेश में 80 हजार करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश के लक्ष्य को लेकर फरवरी में प्रस्तावित धर्मशाला मेगा इन्वेस्टर मीट को स्थगित करने की तैयारी चल रही है। इस मीट के जरिए हिमाचल में नए उद्योगों द्वारा युवाओं को रोजगार मुहैया करवाने का लक्ष्य था।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने अक्तूबर में फैसला लिया था कि फरवरी में धर्मशाला में मेगा इन्वेस्टर मीट कराई जाएगी। इसमें देश-विदेश के निवेशकों को बुलाया जा रहा था। लेकिन अगले साल लोकसभा चुनाव और तैयारियों के लिए कम समय के चलते इस मीट को स्थगित करने की तैयारी है।
हालांकि पिछले हफ्ते शिमला में हुई कैबिनेट बैठक के दौरान कुछ अफसरों के सुझाव के बाद इन्वेस्टर मीट को स्थगित करने पर चर्चा हो चुकी है। हिमाचल में उत्तराखंड से भी बेहतर मेगा इन्वेस्टर मीट बुलाने के दावों के बीच अब इसे स्थगित करने से सरकार के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं।