हाईकोर्ट के फैसले के बाद पंचकूला में छिड़ी हिंसा ने करीब 28 लोगों की जान ले ली है। जानकारी के मुताबिक, हिंसा में बाबा के समर्थकों ने काफी हुड़दंग मचाया और सार्वजनिक संपत्ति को अच्छा खासा नुकसान पहुंचाया। लेकिन, इसी बीच कई समर्थकों को ही भारी भीड़ ने पीट दिया और पत्थरबाजी की जिससे उनकी मौत हो गई। हिंसा में कई लोग घायल भी हुए हैं।
पहले गुस्साए समर्थकों ने सुऱक्षाबलों पर धावा बोल दिया और फिर सड़क पर खड़ीं गाड़ियां आदि को जलाने लगे। बताया जा रहा है कि बाबा के समर्थकों के पास पहले से आग लगाने के लिए पेट्रोल, बंदूकें आदी थी जिसके दम पर उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। हालांकि, इस बीच पुलिस के दो जवानों के मारे जाने की खबर है।
हाईकोर्ट से फैसले से उग्र हुई जनता क्या बाबा द्वारा बुलाई गई थी या फिर समर्थकों ने खुद ऐसी घटना को अंजाम दिया। जो भी कारण हो लेकिन समर्थकों का ऐसे कारनामें एक ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारते में हिंसा को जन्म दे दिया है। जगह-जगह से हिंसा की खबरें आ रही हैं और स्थानीय लोग इन समर्थकों का शिकार हो रहे हैं।