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हिमाचल सरकार आगामी विधानसभा सत्र में लाएगी गौ वंश संरक्षण कानून: वीरेंद्र कंवर

पी. चंद, शिमला |

हिमाचल सरकार आगामी विधानसभा शीतकालीन सत्र में गौ वंश संरक्षण कानून लाने जा रही है।  सड़कों पर बेसहारा छोड़े जा रहे पशुओं खासकर गौ वंश की समस्या के समाधान के लिए सरकार सख़्त कानून लाने पर विचार कर रही है । शीतकालीन सत्र में गौ वंश संरक्षण के लिए गौ वंश सेवा आयोग संरक्षण विधेयक लाकर गौवंश को बेसहारा छोड़ने वालों पर शिकंजा कसने के मूड़ में है। जिसके तहत कड़ी सजा का प्रावधान भी होगा साथ ही  उसी  गौ शालाओं पर भी सरकार को पैनी नज़र रहेगी ।

हिमाचल प्रदेश के पशुपालन एवम पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि  बेसहारा छोड़े जा रहे पशुओं के प्रति सरकार  चिंतित और गम्भीर है। इसी का नतीज़ा है कि सरकर ने अपने कार्यकाल में अभी तक करीब 8 हज़ार बेसहारा पशुओं को गौ शालाओं में सुरक्षित पहुंचाया है। प्रदेश में करीब 30 हज़ार गौवंश सड़कों पर बेसहारा छोड़ घूम रहा है। उनके संरक्षण के लिए कानून लाभदायक सिद्ध होगा।

प्रदेश सरकार गौ संरक्षण के लिए आगामी विधान सभा सत्र में बनाएगी साख्त कानून, विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार लाएगी गौ सेवा आयोग संरक्षण विधेयक। मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण में किया था गौ वंश संरक्षण के लिए कानून बनाने का ऐलान। हिमाचल सरकार सड़कों पर आवारा और बेसहारा छोड़े जा रहे पशुओं खासकर गौ वंश की समस्या के समाधान के लिए सख्त कानून लाने पर विचार कर रही है।

हिमाचल प्रदेश के पशुपालन एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि सरकार अपने वादों के मुताबिक आवारा और बेसहारा छोड़े जा रहे पशुओं के प्रति चिंतित और गम्भीर है और सरकार ने अपने कार्यकाल में अभी तक करीब 8 हज़ार बेसहारा पशुओं को गौ शालाओं में सुरक्षित रखा गया है। मंत्री ने माना कि प्रदेश में करीब 30 हज़ार गौवंश सड़कों पर बेसहारा छोड़ दिया गया है जिसके लिए बड़ी काऊ सेंक्चरीज बनाई जा रही है। जिसकी शुरुआत सीएम ने सिरमौर ज़िले में एक बड़ी काऊ सेंचुरी से कर दी है।