Follow Us:

‘मन की बात’ में बोले पीएम मोदी- सरकारें बदलती रहेंगी पर देश अटल रहेगा

समाचार फर्स्ट डेस्क |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 50 संस्करण को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकारें आती और जाती रहेंगी लेकिन यह देश अटल रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए देश के आम लोग सरकार से सीधे जुड़े हैं। उनसे जब लोग कागज पर लिखकर अपनी समस्याओं या कामयाबियों की बात करते हैं तो वो सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं होता है।

मन की बात कार्यक्रम अपनी हाफ सेंचुरी पूरी कर चुका है। पीएम मोदी के द्वारा मन की बात का यह संबोधन बेहद खास है क्योंकि उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। पीएम मोदी ने कहा कि लोगों के विचार और भावनाएं उनके लिए अहम है। कार्यक्रम को लेकर सबसे ज्यादा जागरुकता मणिपुर में दिखाई दी।

मन की बात में पीएम मोदी ने कहा-

  1.  लोकतंत्र बाबा साहब के स्वभाव में रचा-बसा था, वो कहते थे कि भारत के लोकतांत्रिक मूल्य कहीं बाहर से नहीं आए हैं। संविधान सभा में उन्होंने एक बहुत भावुक अपील की थी कि इतने संघर्ष के बाद मिली स्वतंत्रता की रक्षा हमें अपने खून की आखिरी बूंद तक करनी है।
  2.  संविधान सभा के बारे में बात करते हुए उस महापुरुष का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता जो संविधान सभा के केंद्र में रहे। ये महापुरुष थे पूजनीय डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर6 दिसम्बर को उनका महा-परिनिर्वाण दिवस है। मैं सभी देशवासियों की ओर से बाबा साहब को नमन् करता हूं।
  3.  संविधान सभा देश की महान प्रतिभाओं का संगम थी,उनमें से हर कोई अपने देश को एक ऐसा संविधान देने के लिए प्रतिबद्ध था जिससे भारत के लोग सशक्त हों, ग़रीब से ग़रीब व्यक्ति भी समर्थ बने। हमारे संविधान में खास बात यही है कि इसमें अधिकार और कर्तव्य के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है।
  4. कल ‘संविधान दिवस’ है, यह उन महान विभूतियों को याद करने का दिन है जिन्होंने हमारा संविधान बनाया. 26 नवम्बर, 1949 को हमारे संविधान को अपनाया गया था। संविधान ड्राफ्ट करने के इस ऐतिहासिक कार्य को पूरा करने में संविधान सभा को 2 वर्ष, 11 महीने और 17 दिन लगे।
  5. आज के युवाओं की यह खूबी है कि वो ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जिस पर स्वयं उन्हें विश्वास न हो और जब वो किसी चीज़ पर विश्वास करते हैं तो फिर उसके लिए सब कुछ छोड़-छाड़ कर उसके पीछे लग जाते हैं।
  6.  देश के अधिकतर जिलों में  मैं गया हूं और देश के दूर-दराज जिलों में मैंने काफी समय बिताया है, इसके कारण जब मैं पत्र पढ़ता हूं तो मैं उस स्थान और सन्दर्भ से relate कर पाता हूं। सच पूछिए तो #MannKiBaat में आवाज़ मेरी है, लेकिन उदाहरण, भाव और शक्ति मेरे देशवासियों की ही है।
  7.  भारत जैसे देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए जन-सामान्य की प्रतिभाएं पुरुषार्थ को उचित स्थान मिले, यह हम सबका एक सामूहिक दायित्व है और ‘मन की बात’ इस दिशा में एक नम्र और छोटा सा प्रयास है।
  8.  मन की बात’ सरकारी बात नहीं – यह समाज की बात है। ‘मन की बात’ एक महत्वाकांक्षी भारत की बात है। भारत का मूल-प्राण राजनीति नहीं है, भारत का मूल-प्राण समाजनीति और समाज-शक्ति है।
  9.  कब किसी की इतनी ताक़त होगी कि #selfiewithdaughter की मुहिम हरियाणा के एक छोटे से गांव से शुरू होकर पूरे देश में ही नहीं, विदेशों में भी फैल जाए.समाज का हर वर्ग, सेलेब्रिटी सब जुड़कर साथ आएं और समाज में सोच-परिवर्तन की एक नयी भाषा में, जिसे आज की पीढ़ी समझती हो, ऐसी अलख जगा जाये।
  10.  हर ‘मन की बात’ से पहले आने वाले पत्रों, ऑनलाइन कमेंट्स फोन कॉल्स इनमें श्रोताओं की अपेक्षाएं साफ़ होती हैं। मोदी आएगा और चला जाएगा, लेकिन यह देश अटल रहेगा, हमारी संस्कृति अमर रहेगी। 130 करोड़ देशवासियों की छोटी-छोटी यह कहानियां हमेशा जीवित रहेंगी।