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विधानसभा सत्र: सदन में गूंजा बंदरों को वर्मिन घोषित करने का मुद्दा

पी. चंद, शिमला |

धर्मशाला के तपोवन में शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। प्रश्नकाल के दौरान हंगामे के बीच किन्नौर के कांग्रेसी विधायक जगत सिंह नेगी ने वन मंत्री से पूछा था कि बंदरों को किन जिलों में कितने समय के लिए वर्मिन घोषित किया गया और 15 नवंबर तक कितने बंदरों को मारा गया। हालांकि हंगामे के बीच ये सवाल नहीं लगा।

जवाब में वन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने बताया कि 24 मई 2016 को 10 जिलों चम्बा, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, शिमला, सिरमौर, कुल्लू, हमीरपुर, सोलन और मंडी की 38 तहसीलों में 1 साल के लिए बंदरो को वर्मिन घोषित किया गया था। नवंबर 2018 तक मात्र 5 बन्दर मारे गए थे। रेणुकाजी में 4 बन्दर और कुनिहार में 1 बन्दर मारा गया था।