इंटक ने प्रदेश सरकार पर कर्मचारियों से बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है। साथ ही इंटक के प्रदेशाध्यक्ष मनोहर लाल ने किसान भवन में इंटक की बैठक में मजदूर वर्ग के शोषण का भी सरकार पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संघों और यूनियनों को जोड़ा जाएगा। इंटक के साथ आने वाले साल में इंटक सदस्यता अभियान के तहत 3 लाख सदस्य जुड़ेंगे। कुछ लोगों ने इंटक का लाभ लेकर अपने हितों को पूरा करते हुए इसके अस्तित्व को खतरे में डाल दिया था। इंटक से दूर हुए लोगों को भी इसके साथ जोड़ने के लिए प्रयास किया जाएगा।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि लोगों को इंटक के साथ जोड़ने के लिए प्रत्येक जिला में बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। इंटक मजदूरों के हितों के लिए काम करती है औऱ इसके लिए सभी संघों तथा यूनियनों को इंटक के साथ जोड़ा जाएगा। मजदूरों के हितों के लिए वह आवाज बुलंद करेंगे। इंटक, पंचायत चौकीदारों, आशा वर्कर यूनियन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वर्करों के हितों की रक्षा के लिए कदम उठाएगा।
उन्होंने कहा कि रोगी कल्याण समिति के तहत रखे गए कर्मचारियों को दस से पंद्रह साल अस्पतालों में अंशकालीक कर्मचारी के तौर पर कार्य करते हुए हो गए हैं, लेकिन उनके लिए पॉलिसी नहीं बनाई जा सकी है। साथ ही सरकारें नारी सशक्तिकरण की बातें करती हैं, लेकिन मिड-डे-मिल में कार्यरत महिलाओं का शोषण किया जा रहा है।
प्रशिक्षु परिचालकों के लिए कोई ठोस नीति तैयार नहीं की गई है। वर्तमान समय में एचआरटीसी में आऊटसोर्स पर कर्मचारी रखने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है जो बेरोजगारों के साथ घोर अन्याय है। उन्होंने कहा कि इंटक को मजबूत करने के लिए प्रदेश के हर एक जिला में बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसके तहत 16 दिसंबर को कुल्लू में बैठक का आयोजन किया जाएगा।