एचपीयू के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती एवं मुक्त शिक्षा अध्ययन केंद्र में हुए प्रोस्पेक्ट्स घोटाले को लेकर गठित कमेटी की जांच पूरी हो गई है। कमेटी की जांच रिपोर्ट में एक ही अधिकारी को दोषी माना गया है।
बता दें कि एचपीयू के इक्डोल में ऑडिट के दौरान प्रोस्पेक्ट्स बिक्री में लाखों का घोटाला सामने आया था। इसके तहत जितने के प्रोस्पेक्ट्स इक्डोल में बिके उससे कम राशि जमा कराई गई थी। एचपीयू प्रशासन ने आरोपी अधिकारी को निलंबित करने के बाद पैसों की रिकवरी भी कर रहा है। इसके बाद मामले में कोई अन्य कर्मचारी दोषी नहीं पाया गया है। इसके लिए एचपीयू ने मामले पर आगामी जांच के लिए कमेटी भी गठित की थी, जिसने जांच कर पूरी रिपोर्ट तैयार कर एचपीयू कुलसचिव को सौंपी है।
गौरतलब है कि इक्डोल में हुए लाखों के घोटाले के बाद सरकार की ओर से शिक्षा सचिव ने मामले में एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन एचपीयू इस मामले पर कमेटी की जांच रिपोर्ट सामने आने की बात कह रहा था। अब जब जांच पूरी हो चुकी है तो हो सकता है कि एचपीयू इस मामले में दोषी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाए।
एचपीयू कुलसचिव घनश्याम ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि जांच कमेटी ने रिपोर्ट सौंप दी है। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज करवाने के मामले में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। इस बारे में कानूनी तौर पर जो भी उचित कार्रवाई होगी वो की जाएगी।