चीन ने तिब्बती तीर्थयात्रियों को तीन दिन के भीतर वापस लौटने का फरमान सुनाया है, अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनकी वापसी हमेशा के लिए प्रतिबंधित करने की भी बात कही गई है। ठंड के मौसम में चीन के नियंत्रण वाले तिब्बत से कई तीर्थयात्री नेपाल-भारत की यात्रा पर हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक जो तीर्थयात्री नेपाल या भारत पहुंच चुके हैं, उन्हें तिब्बत में अपने रिश्तेदारों के माध्यम से तीन दिनों के भीतर लौटने की बात कही गई है।
यह भी चेतावनी दी गई है कि जो लोग तय समय में वापस आने में असफल होंगे, उनके पासपोर्ट अमान्य कर दिए जाएंगे, इसके बाद उन्हें वापस लौटने की अनुमति नहीं होगी।
चीन द्वारा तिब्बतियों के खिलाफ लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के कारण इस साल तिब्बत से बहुत कम तीर्थयात्री नेपाल और भारत की यात्रा करने के लिए निकल पाए हैं। नतीजन इस साल बोधगया में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की शिक्षाओं के दौरान वहां अपेक्षाकृत कम तिब्बती उपस्थित हो पाए।
तिब्बत से कुछ तीर्थयात्री देश से बाहर जाने के लिए चीनी पासपोर्ट हासिल भी कर लिए थे, जिसके एवज में उनसे नेपाल जाने वाली उड़ानों के लिए प्रति व्यक्ति 6000 चीनी मुद्रा का शुल्क वसूल भी किया गया, पर उनकी यात्रा को भी अचानक रद कर दिया गया और उनकी धनराशि भी वापस नहीं की गई।