शुक्रवार को केंद्र की नोटिफिकेशन के तहत ट्रकों का एक्सल लोड बढ़ाए जाने को लेकर बागा में अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी और परिवहन सहकारी सभाओं के बीच चल रहा गतिरोध प्रशासन की अगुवाई में तीसरी बार आयोजित मीटिंग में भी खत्म नहीं हो पाया। ऐसे हालात में अब परिवहन सहकारी सभाओं ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के द्वार पर दस्तक देने का निर्णय लिया है। यदि उस ओर से भी न्याय नहीं मिलता है तो फिर एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
जानकारी के अनुसार बैठक बिलासपुर में डीसी विवेक भाटिया की अध्यक्षता में हुई। 4 घंटे तक चली बैठक में निष्कर्ष न निकलने के चलते अब परिवहन सहकारी सभाओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर प्रभावी तरीके से मसला रखने का निर्णय लिया है।
दरअसल, अंबुजा सीमेंट कंपनी में गुरुवार को ही एक्सल लोड़ और किराए को लेकर बैठक हुई है। इसके तहत कंपनी ने ट्रक आपरेटरों को 10 टन तक पूरा किराया देने, जबकि 2 टन का 95 प्रतिशत किराया (यानी 11वें और 12वें टन पर 5 फीसदी कटौती) देने का निर्णय लिया है। इस पर सहकारी सभाएं सहमत हैं और अल्ट्राटेक कंपनी से भी अंबुजा पैटर्न लागू करने की मांग उठाई, लेकिन बैठक में सहमति नहीं बन सकी, जिसके चलते यह मसला लटक गया है।
उधर, खारसी सभा के महासचिव दौलत सिंह ठाकुर ने बताया कि बैठक में अंबुजा पैटर्न पर किराया और लोड दिए जाने की मांग रखी गई। तर्क दिया कि बागा सीमेंट कंपनी अंबुजा की तर्ज पर किराया देने को राजी है, क्योंकि इस बाबत साल 2011 को तत्कालीन प्रबंधन के साथ एक समझौता हुआ है। बैठक में बागा सीमेंट प्रबंधन ने सभाओं की इस मांग को ठुकरा दिया और 3 टन का 50 प्रतिशत किराया देने का पर ही सहमति जताई, जिसे सभा पदाधिकारियों ने ठुकरा दिया।