इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर की तरफ से राष्ट्रीय वीरता पुरस्कारों की शुक्रवार को दिल्ली में घोषणा की गई। पूरे देश से 21 बच्चों को बहादुरी अवार्ड के लिए सम्मानित किया गया है। इसमें से हिमाचल की दो बच्चियां भी शामिल हैं। कुल्लू जिले में रखने वाली मुस्कान और सीमा ने अपने साहस के जरिए मनचलों के छक्के छुड़ा दिए थे। मुस्कान और सीमा दिल्ली में मिले इस अवॉर्ड से वे बेहद खुश हैं।
आते-जाते लड़कियों को छेड़ते थे युवक
दरअसल, साल 2017 में, जिला कुल्लू की रहने वाली दो बेटियां सीमा (14) और मुस्कान (17) जब स्कूल जा रही थीं, तो रास्ते में कुछ बदमाशों ने उनसे छेड़छाड़ की और अभद्र व्यवहार किया। इसके बाद 10 जुलाई 2017 को दोबारा जब ऐसी घटना हुई तो सीमा और मुस्कान ने उनको सबक सिखाने की ठानी और उनके साथ भिड़ गईं। लड़कियों की ओर से हुई जवाबी कार्रवाई के कारण बदमाश वहां से भाग गए।
इसके बाद सीमा और मुस्कान ने पुलिस को इस बारे सूचित किया। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और आरोपियों को पकड़कर ले गई। साथ ही आरोपियों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया।
सरकार से की ये मांग
सीमा और मुस्कान ने बताया कि उनके इस कदम से अब दोबारा यहां इस तरह की घटना नहीं हुई है और सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लड़कियों की सुरक्षा को लेकर मुस्कान और सीमा ने प्रदेश सरकार से स्कूल बस का प्रबंध करवाने की मांग की है।