3 बार हमीरपुर लोकसभा से सांसद रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुरेश चंदेल ने समाचार फर्स्ट से बात करते हुए कहा कि मेरा टिकट कटवाने में प्रदेश के बड़े नेताओं का हाथ रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर हुए सर्वे को आधार मानकर मेरा टिकट कटवा दिया गया। जबकि सभी को ऊपरी लेवल पर पता रहता है कि यह सर्वे कितने महत्वपूर्ण रहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम सर्वे की ही बात करें तो जो आंतरिक रिपोर्ट बीजेपी के पास थी। उसमें मेरा ही नाम सबसे ऊपर था लेकिन उसके बाद भी मेरा टिकट काट दिया गया जिसका मुझे मलाल है।
उन्होंने कहा कि टिकट आवंटन के भेदभाव के बाद जब उन्होंने अपनी बात बड़े नेताओं के पास दिल्ली में रखी तो वहां पर उन्हें कहा गया कि सरकार बनेगी तो आपको भी उचित जिम्मेदारी दी जाएगी। लेकिन अब सरकार भी बन गई है और 1 साल से अधिक सरकार को हो गया। चुनावों के समय हमारा टिकट कटा लेकिन हमने पूरी ईमानदारी के साथ पार्टी का काम किया और जिस सीट से मेरा टिकट कटा था उस सीट को मैंने पार्टी को जिताया भी। लेकिन उसके बाद भी प्रदेश सरकार और हाईकमान अपने वादे को पूरा नहीं कर पाएगा।
उन्होंने कहा कि हम भविष्य की राजनीति करते हैं और अगर उचित विकल्प किसी भी स्तर पर मुझे मिलता है तो उसका प्रयोग करने से भी मैं गुरेज नहीं करूंगा। वहीं सुरेश चंदेल ने कहा कि विधानसभा चुनावों के समय जब वह जनता के बीच में गए तो एक बड़ा समर्थन उन्हें जनता का पूरे लोकसभा क्षेत्र में मिलता नजर आया और एक आवाज मुझे उड़ती हुई दिखाई दी। जिसमें कहा गया कि आप अब किसी और विकल्प से अगर टिकट लेकर आते हैं तो हम आपके साथ हैं। उन्होंने कहा कि इनमें ना सिर्फ आम आदमी बल्कि बीजेपी और कांग्रेस के बहुत सारे कार्यकर्ता रहे जिन्होंने यह समर्थन देने की बात मुझसे कही।
सुरेश चंदेल ने कहा कि दुख इस बात का है कि अपने स्थानीय बिलासपुर के नेता जगत प्रकाश नड्डा का साथ नहीं दिया और मैं प्रदेश के दूसरे बड़े नेताओं के साथ चला और उनका बिलासपुर जिला में पूरा साथ ही दिया। लेकिन उसके बाद भी मेरा समर्थन करने की जब बारी आई तो इन नेताओं ने अपना मुंह ही बंद कर लिया और सर्वे का हवाला देकर मेरा टिकट कटवा दिया। हालांकि मैं लगातार पांच साल जनता के बीच में रहा और जनता के काम भी करता रहा। कांग्रेस में चल रही मौजूदा घटनाक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि यह कोई बहुत बड़ी बात नहीं है और राजनीतिक दलों में इस तरह के मामले होते रहते हैं।
इन बड़े नेताओं की नाम लेने की बात जब से पूछे तो उन्होंने कहा थोड़ा इंतजार कीजिए धीरे-धीरे सभी खुलासे होते चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राजनाथ सिंह तक सभी नेताओं के समक्ष रखी लेकिन राजनीतिक फील्डिंग कुछ इस तरह से मेरे खिलाफ लगाई गई थी कि कहीं भी अपनी बात रखने का मुझे लाभ नहीं हुआ और मेरा टिकट कटवा दिया गया। कांग्रेस पार्टी में जाने की संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि सभी संभावनाएं खुली हैं और विकल्पों पर विचार किया जा रहा है और जैसे ही कोई उचित विकल्प मिलेगा तो निर्णय भी ले लिया जाएगा।