देश भर में स्वाइन फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं। स्वाइन फ्लू नें अब हिमाचल प्रदेश को भी अपनी चपेट में ले लिया है। प्रदेश में स्वाइन फ्लू थमने का नाम नहीं ले रहा। स्वाइल फ्लू से प्रदेश में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकि है। अब कांगड़ा के टांडा अस्पताल में भी स्वाइन फ्लू के मामले सामने आना शुरू हो गए हैं। टांड़ा में जनवरी महीने में अब तक स्वाइन फ्लू के 17 मामले सामने आ चुके हैं।
मामले की पुष्टि करते हुए टांडा चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुरेंद्र सिंह भारद्वाज ने बताया कि टांडा अस्पताल में स्वाइन फ्लू के 3 नए मामले आए हैं। ताजा मामले में एक प्रसूता और नवजात में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। ये दोनों मामले चंबा जिला से सम्बंधित हैं। जबकि एक मामला कांगड़ा के बलधर से समाने आया है। टांडा अस्पताल में 12 लोगों के सैंपलों की जांच की गई। सोमवार को जांचे गए 5 सैंपलों में 3 और मंगलवार को 5 सैंपलों में दो पॉजिटिव पाए गए हैं। इस माह अब तक 17 मामले स्वाइन फ्लू के सामने आ चुके हैं।
टांडा के साथ-साथ आईजीएमसी में भी स्वाइन फ्लू के 2 ताजा मामले सामने आए हैं। एक मामला शिमला और दूसरा मामला मंडी जिला से आया है, जिन्हें डॉक्टरों ने टेमीफ्लू की दवाई देकर उपचार चल रहा है। गौरतलब है कि अब तक स्वाइन फ्लू से प्रदेश के पांच लोगों की मौत हुई है।
हिमाचल में स्वाइन फ्लू से पांच लोगों की मौत के बाद जयराम सरकार अलर्ट हो गई है। बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ राज्य में स्वाइन फ्लू की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों में दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बैठक में लोगों को शिक्षित करने के लिए सूचना, शिक्षा और संचार अभियान नियमित रूप से चलाए जाने के भी निर्देश दिए।