चंबा मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर करीब डेढ़ साल पहले दिवाली की रात को जब परेल पुल टूटा था उसके बाद वहां आस पास के गांव के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है। परेल पुल को टूटे करीब 2 साल होने को आए हैं। लेकिन, अभी तक वहां पर नए पुल निर्माण कार्य सही ढंग से शुरू नहीं हो पा रहा है। इस परेल पुल के टूटने से चुराह, सरोल, भद्रंम, तीसा, इन सभी क्षेत्रों के लोगों को आने जाने में काफी परेशानी होती है। क्योंकि जब सरोल के पास राठ घार में भूस्खलन से मलवा गिरता है तो यह क्षेत्र चंबा मुख्यालय से कट हो जाता है। जिसकी वजह से लोगों को पैदल चंबा मुख्यालय पहुंचना पड़ता है। साथ ही जब दूसरी तरफ परेल घार से मलवा गिरता है और रास्ता बंद हो जाता है तो लोग इसी पुल से बाया सरोल होकर चंबा मुख्यालय पहुंचे थे।
यह पुल चंबा और चुराह के साथ साथ भर से क्षेत्रों के रास्ते को जोड़ने में एक कड़ी का रूप भी था। लेकिन जब से यह पुल टूटा है तो उससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है हलांकि सरकार और प्रशासन ने इस पुल के निर्माण के लिए उसी ठेकेदार को पुल निर्माण कार्य के लिए आदेश जारी किए हैं जिसने इस टूटे हुए पुल का निर्माण करवाया था। अब इस पुल निर्माण कार्य में देरी की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले दिवाली की रात को यह पुल टूट गया था जिसकी वजह से नदी के पार जाने के लिए लोगों को काफी परेशानी होती हैं। उन्हें अगर पठानकोट जाना हो या परेल जाना हो तो अतिरिक्त 7-8 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि पठानकोट से जब वह यहां आते थे तो उन्हें अपने क्षेत्र में पहुंचने में काफी आसानी रहती थी लेकिन अब उन्हें जब रात के समय घर आना हो तो काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। तीसा ,चुराह, सुरगणी, वह इस तरफ के आने सभी क्षेत्रों को अगर पठानकोट के लिए आना होता तो इसी पुल से होकर गुजरते थे लेकिन अब उन्हें अतिरिक्त करीब 7-8 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।
लोगों ने बताया कि जब यहां पर परेल घार में मलबा गिरने से रास्ता बंद होता था तो लोग इसी पुल से चंबा मुख्यालय बाया सरोल होकर जाया करते थे और जब दूसरी तरफ रास्ता बंद होता है तो भी इसका इस्तेमाल करते जिससे लोगों को काफी सुविधा थी। लेकिन इस पुल के टूटने के बाद उन्हें काफी दिक्कत है। उन्होंने कहा इस पुल के टूट जाने के इतने दिन बाद भी पुल निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। कई बार प्रशासन ने इस पुल के निर्माण के बारे में अस्वाशन तो दिए हैं लेकिन अभी तक कार्य शुरू नहीं हो पाया है। लोगों ने सरकार व प्रशासन से इस पुल के निर्माण की जलद से मांग की है ताकि लोगों को इसकी सुविधा मिल पाए।