प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के 52वें एपिसोड में लोकसभा चुनाव और कर्नाटक के सिद्धगंगा मठ के संत शिवकुमार स्वामी के निधन पर बात की। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में यह पहली बार होगा जब 21वीं सदी में जन्में युवा अपने वोट का इस्तेमाल आम चुनाव में करेंगे। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'भारत की इस महान धरती ने कई सारे महापुरुषों को जन्म दिया है और उन महापुरुषों ने मानवता के लिए कुछ अद्भुत, अविस्मरणीय कार्य किए हैं। हमारा देश बहुरत्ना-वसुंधरा है। ऐसे महापुरुषों में से एक थे, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस।'
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जब हमारा स्पोर्ट्स का लोकल इकोसिस्टम मजबूत होगा यानी जब हमारा आधार मजबूत होगा। तब ही हमारे युवा देश और दुनिया भर में अपनी क्षमता का सर्वोत्तम प्रदर्शन कर पाएंगे। उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा कहता हूं, जो खेले वो खिले और इस बार के खेलो इंडिया में ढ़ेर सारे तरुण और युवा खिलाड़ी खिल के सामने आएं हैं। जनवरी महीने में पुणे में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 18 गेम्स के करीब 6,000 खिलाड़ियों ने भाग लिया। जब लेकल लेवल पर खिलाड़ी बेस्ट प्रदर्शन करेगा तब ही वो ग्लोबल लेवल पर भी बेस्ट प्रदर्शन करेगा।'
पीएम ने कहा, 'आपने कई सारे प्रतिष्ठित ब्यूटी कांटेस्ट के बारे में सुना होगा। पर क्या आपने टॉयलेट चमकाने के कॉन्टेस्ट के बारे में सुना है? 2 अक्टूबर, 2014 को हमने अपने देश को स्वच्छ बनाने और खुले में शौच से मुक्त करने के लिए एक साथ मिलकर एक चिर-स्मरणीय यात्रा शुरू की थी। भारत के जन-जन के सहयोग से आज भारत 2 अक्टूबर, 2019 से काफी पहले ही खुले में शौच मुक्त होने की ओर अग्रसर है, जिससे कि बापू को उनकी 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी जा सके।'
मन की बात के दौरान उन्होंने स्पेश मिशन पर अपने सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया। पीएम ने कहा, 'बच्चों के लिए आसमान और सितारे हमेशा बड़े आकर्षक होते हैं। हमारा स्पेस कार्यक्रम बच्चों को बड़ा सोचने और उन सीमाओं से आगे बढ़ने का अवसर देता है, जो अब तक असंभव माने जाते थे। देश आजाद होने से लेकर 2014 तक जितने स्पेश मिशन हुए हैं, लगभग उतने ही स्पेश मिशन की शुरुआत बीते 4 सालों में हुई हैं।'
उन्होंने कहा, 'जब मैं लाल किले में, क्रान्ति मंदिर में नेताजी से जुड़ी यादों के दर्शन कर रहा था तब मुझे नेताजी के परिवार के सदस्यों ने बहुत ही खास टोपी भेंट की। कभी नेताजी उस टोपी को पहना करते थे। मैंने संग्रहालय में ही, उस टोपी को रखवा दिया, जिससे वहां आने वाले लोग भी उस टोपी को देखें। कई वर्षों तक यह मांग रही कि नेताजी से जुड़े दस्तावेज को सार्वजनिक किया जाए और मुझे इस बात की खुशी है, यह काम हम लोग कर पाए।'
पीएम ने अपने अंडमान दौरे का जिक्र करते हुए कहा, '30 दिसंबर को मैं अंडमान और निकोबार द्वीप गया था। एक कार्यक्रम में ठीक उसी स्थान पर तिरंगा फहराया गया, जहां नेताजी सुभाष बोस ने 75 साल पहले तिरंगा फहराया था। सुभाष बाबू को हमेशा एक वीर सैनिक और कुशल संगठनकर्ता के रूप में याद किया जाएगा। एक ऐसा वीर सैनिक जिसने आज़ादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई। दिल्ली चलो, तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा, जैसे ओजस्वी नारों से नेताजी ने हर भारतीय के दिल में जगह बनाई।'