चीन और तिब्बत की लड़ाई तो सभी जानते ही हैं जिसके लिए निर्वासित तिब्बती लोग तिब्बत से बाहर रह कर भी तिब्बत की आजादी की मांग लगातार कर रहे हैं। इस मामले में चीन के खिलाफ विश्व भर में प्रोटेस्ट किये जा रहे हैं इसी के चलते आज यानी रविवार को धर्मशाला के मैक्लोड़गंज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें चीन द्वारा तिब्बती लोगों पर किए जा रहे अत्याचारों के बारे में जानकारी दी गई।
इस दौरान स्थानीय विदेशी और पर्यटक मोजूद रहे। आपको बता दें कि तिब्बत में तशी वांगचुक जो दुकानदार है और पेशे से वकील भी है। जिसे चीन सरकार ने अरेस्ट करके उसे 5 साल की जेल की सजा दी है। तशी वांगचुक तिब्बत के स्कूलो में तिब्बत भाषा की शिक्षा देने की मांग कर रहा था।
जिसे चीन सरकार ने मान्य नहीं माना और कानून की अवहेलना बता कर उसे 5 साल की सजा सुनाई गई। जिसके चलते आज एक कार्यक्रम जिसका नाम शैडो प्ले रखा गया। शैडो शो के माध्यम से लोगों को चीन सरकार की क्रूरता के बारे में दिखाया गया। इसमें बताया गया कि किस तरह चीन सरकार तिब्बत के लोगों पर अत्याचार कर रही है।
वहीं, कार्यक्रम की आयोजक तेंजिन शैला का कहना है कि इस शैडो प्ले के आयोजन का मकसद चीन सरकार के अत्याचार को दुनिया भर में दिखाना है कि किस तरह चीन सरकार लोगों पर अत्याचार कर रही है और वहां तानाशाह रवैया अपनाया जा रहा है। इतना ही नहीं लोगों के मूलभूत अधिकारों को भी नहीं दिया जा रहा।
तशी वांगचुक जो तिब्बत की भाषा की लड़ाई लड़ रहा था जिसे सरकार ने कानून की अवहेलना बताते हुए उसे 5 साल की सजा सुनाई है जिसे आज सजा काटते हुए 3 साल हो गए हैं।