श्री नैना देवी जी मंदिर में माता रानी के माघ मास शुक्ल पक्ष के गुप्त नवरात्रि बड़ी धूमधाम से शुरु हो गए हैं। इन गुप्त नवरात्रों के दौरान पंजाब हिमाचल हरियाणा और दिल्ली से काफी संख्या में श्रद्धालु माता जी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। पूरे वर्ष भर में चार नवरात्रे मनाए जाते हैं जिनमें दो नवरात्रि चैत्र और अश्विन मास के नवरात्रे जबकि दो गुप्त नवरात्रि बनाए जाते हैं। जिनमें आषाढ़ मास के और माघ मास के शुक्ल पक्ष के नवरात्रि शामिल हैं। नवरात्रों के दौरान पूजा पाठ कन्या पूजन हवन यज्ञ का विशेष महत्व रहता है।
क्यों कहा जाता है इन्हें गुप्त नवरात्रि
इस पर जानकारी देते हुए मंदिर श्री नैना देवी के बरिष्ठ पुजारी अंकू शर्मा ने बताया कि प्राचीन काल में ऋषि-मुनियों और साधु संतों ने तांत्रिक पूजन के लिए इन नवरात्रों को गुप्त रखा था। जो मुख्य नवरात्रि होते हैं उनमें सात्विक और तांत्रिक दोनों पूजन होते हैं। लेकिन इन गुप्त नवरात्रों में तांत्रिक पूजन किए जाते हैं । इसलिए इन्हें गुप्त रखा गया था जिस कारण से इन्हे गुप्त नवरात्रि कहा जाता हैं